नई दिल्ली :देश की महिलाएं बहुत आगे बढ़ गई हैं. आजादी के बाद महिलाएं डॉक्टर, इंजीनियर, कैप्टन, पायलट, टीचर, टीवी एंकर, पुलिस, खिलाड़ी और बिजनेस वुमन बन गई हैं. आज गांव-देहात की महिलाएं भी पीछे नहीं हैं. महिलाएं अपने घरों से बाहर निकलकर अपनी आजादी की सांसें ले रही हैं. आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है. ऐसे में हम आज आपको मिलवाएंगे मटियाला विधानसभा के नजफगढ़ इलाके के छावला गांव की उन पांच महिलाओं से जो पिछले 15 साल से राजा सेल्फ हेल्प ग्रुप नाम से सरकारी राशन डिपो चला रही हैं. बबिता, शशि, लक्ष्मी, सीमा और संतोष नाम की ये महिलाएं इलाके में प्रेरणा की स्रोत बनी हुई हैं.
कभी घुंघट में रहकर घुटन महसूस करने वाली गांव की पांच बहुएं आज गांव में मिसाल बनी हैं, जिन पर गांव के पुरुष भी गर्व करते हैं. आज ईटीवी भारत ने उन्हीं महिलाओं से मिलकर जाना कि आखिर कैसे उन्हें सरकारी राशन डिपो का काम मिला. महिलाओं का कहना है कि यह पिछले 15 साल से राजा सेल्फ हेल्प ग्रुप चला रही हैं, जिला प्रशासन ने महिलाओं के ग्रुप को देखा और सरकारी राशन की दुकान देने की पेशकश की, जिससे पांच महिलाओं का ये ग्रुप बेहद खुश हुआ और फिर गांव के बीच रहकर सरकारी राशन की दुकान चलाने लगीं और राशन का वितरण करने लगीं. इस सरकारी राशन डिपो में काम करने वाली पांचों महिलाओं ने अपना काम बांट लिया है, जिसमें एक महिला राशन वितरण करती है, एक पर्ची बनाती है, एक लाइन लगवाती और एक पूरी व्यवस्था देखती है. ये पांचों महिलाएं नजफगढ़ इलाके की प्रेरणा बन रही हैं.