नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली में दिपावली पर पटाखा पूरी तरीके से प्रतिबंधित है, लेकिन बावजूद इसके लोग चोरी छिपे पटाखे जलाते हैं। इससे न केवल पॉल्यूशन फैलता है, बल्कि आग लगने की घटनाएं भी देखने को मिलती हैं। इसका उदाहरण पिछले साल देखने को मिला था, जब 201 जगहों से आग लगने की सूचनाएं मिली थीं. उसके पहले 2021 में 152 जगह पर आग लगी थी.
की गई फायर ब्रिगेड की छोटी बड़ी गाड़ियों की तैनाती:फायर कंट्रोल रूम के अनुसार, दीपावली पर छह घंटे के पीक आवर में लगने वाली आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड पूरी तरह अलर्ट है. इसके लिए दिल्ली में 66 फायर स्टेशनों के साथ कुल 92 जगह पर फायर ब्रिगेड की छोटी बड़ी गाड़ियों की तैनाती रहेगी. जिनमें 23 जगह पर फायर टेंडर की तैनाती होगी और तीन जगह पर मोटरसाइकिल वाली बैक-पैक गाड़ियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है, जिनमें फोम युक्त पानी होता है. इसके अलावा चार पहिया वाहन को भी कनॉट प्लेस सहित कई फायर स्टेशनों पर तैनात किया गया है.
दीपावली पर ये होता है पीक ऑवर:दीपावली को लेकर चिह्नित किए गए 26 जगहों पर फायर ब्रिगेड टीम की तैनाती शाम पांच बजे से होगी. फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया कि अमूमन शाम छह से लेकर देर रात 12 बजे तक दीपावली पर पीक आवर माना जाता है. इन छह घंटे में आग लगने की छोटी बड़ी लगातार कॉल मिलती रहती है. उम्मीद है कि इस बार आग लगने की कॉल, पिछले साल के मुकाबले काफी कम हो, क्योंकि पटाखे पर पूरी तरह से प्रतिबंध है.
2,400 जवान की तैनाती:दीपावली पर लगभग 2,400 फायर ब्रिगेड के जवान और 75 फायर ऑफिसर की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है, जिससे कि जरूरत के हिसाब से उन्हें मौके पर तुरंत भेजा जा सके. इनमें स्टेशन ऑफिसर, असिस्टेंट डिविजनल ऑफिसर, डिविजनल ऑफिसर, डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर, चीफ फायर ऑफिसर से लेकर डायरेक्टर तक शामिल हैं.