नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के वसंत कुंज में पुलिस और बदमाशों के बीच में मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ में बदमाश द्वारा पुलिस पर फायरिंग की गई थी. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग में बदमाश की कार के टायर पर गोली चला दी. जिसके बाद कार बाउंड्री से टकराकर रुक गई और वहां पर मौजूद चोरों को पुलिस ने चारों तरफ से घेरकर गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस और 3 बदमाशों के बीच मुठभेड़ पुलिस ने मुख्य बदमाश सुनील के साथ उसके दो साथियों सतीश और सतेंद्र गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को गिरफ्तारी के बाद इनके पास से एक कंट्री मेड पिस्टल, दो देशी कट्टे, एक बटन दार चाकू, कुछ कारतूस और एक गोल्डन रंग की कार बरामद की गई.
शातिर किस्म के अपराधी हैं चोर
पुलिस गिरफ्त में आए तीनों आरोपी शातिर रॉबर हैं जिनका नाम सुनील कुमार मीणा जो कि द्वारका का रहने वाला है और उसका साथी सतीशचंद्र जो कि दिल्ली के उत्तम नगर का ही रहने वाला है. तीसरा साथी सत्येंद्र कुमार जो दिल्ली के नांगलोई का रहने वाला बताया जा रहा है.
सुनील सहित 5 लोगों का गैंग पिछले कुछ सालों में वसंत कुंज नॉर्थ और साउथ कैंपस में द्वारका और वेस्ट दिल्ली में लगातार रॉबरी के कई वारदातों को अंजाम दे रहा था.
पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जिसमें से 3 को बेल मिल गई थी और 2 आरोपी अभी जेल की हवा खा रहे हैं. जेल से निकलकर ये तीनों बदमाश लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे थे.
5 लोगों की टीम बनाकर देते थे वारदात को अंजाम
डीसीपी देवेंद्र आर्या ने बताया कि जेल से बाहर आते ही सुनील ने अपने गैंग को फिर से एक्टिवेट कर दिया और पांच लोगों की टीम बनाकर वारदात को अंजाम देता था.
आरोपी सुनील अपनी वारदात को अंजाम देने के लिए गोल्डन कार का प्रयोग करता था. जिसे बार-बार सीसीटीवी फुटेज में देखा जा रहा था पर उसका नंबर साफ नहीं होने के कारण उसे ट्रेस कर पाना मुश्किल हो रहा था.
आरोपियों के ऊपर पहले से दर्ज हैं मुकदमे
आपको बता दें कि आरोपी सुनील कुमार के ऊपर पहले से 28 केस दर्ज हैं दूसरे आरोपी सतीश के ऊपर 7 मुकदमे दर्ज हैं और वहीं तीसरा आरोपी सत्येंद्र कुमार पर भी 8 मुकदमे दर्ज हैं.
पुलिस को मुखबिर के जरिए 2 अक्टूबर शाम 6 बजे पता चला था कि दो से तीन अपराधी वसंत कुंज इलाके में लूटपाट की वारदात को अंजाम देने आएंगे और पुलिस की तत्परता दिखाते हुए शाम 8:30 बजे आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और पकड़े गए तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है.