दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

5 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी, शातिर लेडी चीटर को दिल्ली पुलिस ने दबोचा - Delhi Crime

Delhi Crime: 5 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी में मामले दिल्ली पुलिस की ईओडब्ल्यू टीम ने शातिर महिला को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि महिला फ्लैट बेचने के बहाने लोगों के साथ ठगी करती थी.

दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 4, 2024, 8:48 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की ईओडब्ल्यू की टीम ने पांच करोड़ से ज्यादा की चीटिंग में शामिल एक महिला को गिरफ्तार किया है. आरोपित की पहचान रश्मि राठी (40) के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की रहने वाली है.

ईओडब्ल्यू के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि रोहिणी के रहने वाले एक शख्स की शिकायत पर दो साल पहले 2022 में चीटिंग की एफआईआर दर्ज की गई थी. इसमें आरोप लगाया गया था कि एक जनवरी 2021 को महिला ने मैक्स हाइट्स ड्रीम होम्स, कुंडली हरियाणा में एक फ्लैट परचेज किया था. इसकी पेमेंट आरटीजीएस के जरिए की गई थी. उसके बाद पीड़ित को फ्लैट का कब्जा भी मिल गया था और उनके नाम की रजिस्ट्री भी कर दी गई थी.

इसके बाद उन्होंने इसी सोसायटी में एक अन्य फ्लैट 1.70 करोड़ में खरीदने के लिए अरुण राठी और प्रतीक राठी के कहने पर रश्मि राठी को पेमेंट कर दी. इसके लिए 12 लाख रुपए कैश और 5 लाख आरटीजीएस के जरिए दिए गए. पेमेंट के बाद उन्हें फ्लैट की चॉबी भी मिल गई. कंपनी के डायरेक्टर ने पेमेंट प्राप्त करने से इनकार कर दिया. साथ ही आरोप लगाया कि रश्मि राठी ने अन्य लोगों के साथ भी इसी तरह से धोखा किया है. इस तरह वह पांच करोड़ से ज्यादा रुपए की ठगी कर चुकी है.

पुलिस ने जांच के दौरान फ्लैटों के वास्तविक आवंटियों की जांच की. जिन्होंने बताया कि कुंडली, सोनीपत, हरियाणा स्थित प्रोजेक्ट 'मैक्स हाइट्स ड्रीम होम्स' में फ्लैट बुक किए थे. यह परियोजना मेसर्स मैक्सहाइट प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित की गई थी. कंपनी ने फ्लैटों के एवज में आवंटन पत्र जारी कर दिया. उन्होंने रश्मी राठी को अपने फ्लैट बेचने के लिए कभी नहीं कहा. उनके पास फ्लैटों के मूल दस्तावेज हैं. राठी ने जाली दस्तावेजों के आधार पर उनके फ्लैट बेचे और रुपये एकत्र किए.

एसीपी हरि सिंह की टीम ने छानबीन के दौरान आरोपी महिला के बारे में जानकारी जुटाई और उसे अरेस्ट कर लिया. उसके दो बैंक खातों में 5 करोड़ रुपये थे. यह धनराशि या तो नकद निकासी के माध्यम से निकाल ली गई थी या अन्य खातों में स्थानांतरित कर दी गई थी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details