नई दिल्ली:आगामी गणतंत्र दिवस को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव की अध्यक्षता में अन्य राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने इंटर स्टेट कोऑर्डिनेशन मीटिंग की. जिसमें दिल्ली-एनसीआर इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए व्यापक चर्चा की गई. खास बात यह है कि इस मीटिंग में कई राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों दिल्ली पुलिस आयुक्त के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मीटिंग में हिस्सा लिया. कोरोना संक्रमण की वजह से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग में शामिल होकर अधिकारियों ने सुरक्षा पर चर्चा की गई.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने विभिन्न राज्य के पुलिस अधिकारियों के साथ की मीटिंग विभिन्न राज्य के पुलिस अधिकारियों ने लिया हिस्साइस बैठक में दिल्ली पुलिस आयुक्त के अलावा हरियाणा, पंजाब, हिमांचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, राजस्थान, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर के पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इसके अलावा दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त, जिला पुलिस उपायुक्त, स्पेशल ब्रांच, क्राइम और सिक्योरिटी यूनिट के अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल हुए। पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने पुलिस मुख्यालय के विमर्श हॉल में बैठक की अध्यक्षता की, जहां उनके साथ सीपी फरीदाबाद, एडीजीपी मेरठ, सीपी नोएडा और सीपी गुरुग्राम के अलावा स्पेशल सीपी ट्रैफिक, स्पेशल सीपी ऑपरेशन्स एंड लाइसेंसिंग, स्पेशल सीपी वेस्टर्न, साउथ व नॉर्थ, ज्वाइंट सीपी सिक्योरिटी एंड सिक्योरिटी (पीएम), क्राइम, इंटेलिजेंस और स्पेशल सेल भी मौजूद रहे.
इंटेलिजेंस और जरूरी सूचनाओं का आदान प्रदान करना था मीटिंग का मकसद इस बैठक का खास मकसद अपसी समन्वय बनाकर इंटेलिजेंस और जरूरी सूचनाओं का आदान-प्रदान करने पर बल देना था, जिससे की किसी भी आतंकी संगठन और ऐसी किसी भी गतिविधि को आसानी से रोका जा सके. इसके लिए संदिग्ध लोगों की निगरानी करने के साथ ही हर इलाके में किराएदारों का वैरिफिकेशन और बॉर्डर वाले इलाकों में चौकसी बेहतर करने पर बल दिया गया.
स्टाफ की वेरिफिकेशन के लिए की चर्चा
साथ ही 26 जनवरी की ड्यूटी के लिए तैनात किए जाने वाले स्टाफ की वैरिफिकेशन करवाने जैसे कदम उठाने पर भी चर्चा हुई. आसमान में भी खतरे को कम करने के लिए पाराग्लाइडर्स, ड्रोन्स और अन्य उड़ने वाली संदिग्ध वस्तुओं की निगरानी करने पर चर्चा की गई. इसके अलावा हथियार, शराब, ड्रग्स व अन्य अवैध चीजों की तस्करी करने वालों पर विशेष सतर्कता बरतने पर सहमति हुई.
26 जनवरी की ड्यूटी के लिए तैनात किए जाने वाले स्टाफ की वैरिफिकेशन करवाने जैसे कदम उठाने पर भी चर्चा हुई. आसमान में भी खतरे को कम करने के लिए पाराग्लाइडर्स, ड्रोन्स और अन्य उड़ने वाली संदिग्ध वस्तुओं की निगरानी करने पर चर्चा की गई. इसके अलावा हथियार, शराब, ड्रग्स व अन्य अवैध चीजों की तस्करी करने वालों पर विशेष सतर्कता बरतने पर सहमति हुई.