नई दिल्ली:जूता फैक्ट्री में लगी आग इतनी भयावह होगी कि कई दिनों की मशक्कत के बाद भी डेड बॉडी भी नहीं मिलेगी. इसका अंदाजा शायद फायर ब्रिगेड की टीम को भी नहीं होगा. फायर डिपार्टमेंट के डायरेक्टर अतुल कुमार गर्ग बताते हैं कि फायर ब्रिगेड के इतिहास में ये पहली बार हुआ है जब 7 दिन तक डेड बॉडी नहीं मिली.
हालांकि आठवें दिन फायर ब्रिगेड को एक डेड बॉडी मिली. वहीं आग को बुझाने के बाद डेड बॉडी ढूंढने के दौरान फायर डिपार्टमेंट के असिस्टेंट डिविजनल ऑफिसर (Fire Officer ) राजेश कुमार शुक्ला घायल हो गए थे. उन्हें गम्भीर चोट लगी थी. जिसके बाद उन्हें 22 जून को ही पश्चिम बिहार के बालाजी एक्शन अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
पहली बार हुआ ऐसा 7 दिन तक नहीं मिली डेड बॉडी' उनकी हालत अब पहले से बेहतर है. हालांकि रिब्स डैमेज हो गया है और उसे ठीक होने में 20 से 25 दिन और लग सकते हैं. फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग, डिविजनल फायर ऑफिसर एम के चट्टोपाध्याय, असिस्टेंट डिविजन ऑफिसर सरबजीत सिंह हॉस्पिटल में राजीव शुक्ला से मिलने पहुंचे. उनसे स्वास्थ्य को लेकर हालचाल पूछा और उनकी हौसला अफजाई कर जल्द ठीक होने के लिए प्रोत्साहित भी किया.
अतुल गर्ग ने अग्निकांड का शिकार हुए फायर डिपार्टमेंट के ऑफिसर राजेश कुमार शुक्ला से मुलाकात की. ये भी पढ़ें- दिल्ली: उद्योग नगर की जूता फैक्ट्री में लगी भीषण आग
फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग ने ईटीवी को बताया कि डॉक्टरों से उनकी बात हुई है, उन्होंने कहा है कि रिकवरी हो रही है. जल्द फायर ऑफिसर (Fire Officer ) राजीव शुक्ला ठीक होकर फिर से फायर फाइटिंग पर जाएंगे. इसके अलावा सर्च अभियान को लेकर उन्होंने कहा कि बिल्डिंग गिरने का खतरा बना हुआ है. इसीलिए दो लोगों की छोटी टीमें बनाकर सावधानी से सर्च कर रहे हैं. उसी सर्च का नतीजा है कि आठवें दिन एक डेड बॉडी मिली है. उम्मीद है कि आगे सर्च अभियान में और भी जो लोग लापता हैं, उनके बारे में भी पता चल सकेगा.
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