नई दिल्ली:द्वारका के जिस अक्षरधाम अपार्टमेंट में निर्भया का परिवार रहता है. वहां 16 दिसंबर 2019 से कैंडल मार्च का अभियान शुरू किया गया था. अब उस अभियान के 80 दिन पूरे हो गए हैं. स्थानीय निवासियों का कहना है कि अभी तक निर्भया के गुनहगारों को फांसी नहीं मिली है. इससे हम लोग मायूस तो हैं, लेकिन हिम्मत नहीं हारी है.
निर्भया केस: दोषियों को फांसी की आस में 80 दिन से चल रहा है कैंडल मार्च
अंतिम दया याचिका खारिज होने के बाद अब दोषियों को फांसी देने की अंतिम तारीख को लेकर लोगों में उम्मीद ज्यादा बढ़ गई है. इंसाफ की उम्मीद में अक्षरधाम अपार्टमेंट में 16 दिसंबर 2019 से कैंडल मार्च का अभियान शुरू किया गया था. अब उस अभियान के 80 दिन पूरे हो गए हैं.
दोषियों की फांसी को लेकर बढ़ी उम्मीदें
अंतिम दया याचिका खारिज होने के बाद अब दोषियों को फांसी देने की अंतिम तारीख को लेकर यहां लोगों में उम्मीद ज्यादा बढ़ गई है. वैसे हर सुनवाई पर निर्भया के गुनहगार किसी ना किसी तरह की पिटिशन फाइल करके अपनी फांसी की तारीख को बढ़वा रहे हैं.
फांसी पर लटकाने की करते हैं मांग
यहां के गेट नंबर-1 पर सभी अपार्टमेंट वासी रात के इकट्ठा होकर निर्भया के लिए कैंडल जलाकर उसके गुनहगारों को फांसी पर लटकाने की मांग करते हैं. यह अभियान अक्षरधाम सोसायटी में रहने वाली निर्भया की मां आशा देवी के नेतृत्व में सोसाइटी की महासचिव गोमती मट्टू और अन्य सोसायटियों में निवासियों द्वारा चलाया जा रहा है.
फांसी टलवाने के लिए अपना रहे हैं नया हथकंडा
इस अभियान में शामिल द्वारका के निवासी माधव पांडे का कहना है कि अपनी फांसी को टालवाने के लिए निर्भया के गुनहगारों ने हर बार एक नया हथकंडा अपनाया, जिससे कोर्ट को उनके फांसी की तारीख कई बार टालनी पड़ी है.