नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच की "एंटी नारकॉटिक्स टास्क फोर्स "नशा मुक्त भारत अभियान" के तहत दो अन्तर्राज्यीय ड्रग तस्करों के गैंग का खुलासा करने में सफलता पाई है. (Drug supplying gang arrested in Delhi) यह देश के अलग-अलग राज्यों से हेरोइन और चरस जैसे प्रतिबंधित मादक पदार्थों को दिल्ली समेत आसपास के इलाकों में सप्लाई करते थे. इन ऑपरेशन के दौरान क्राइम ब्रांच पुलिस ने दो किलो 400 ग्राम हेरोइन, सुपरफाईन क्वालिटी की एक किलो 100 ग्राम मलाना चरस और एक लाख 80 हजार 750 रुपये कैश बरामद किया है.
महीनों लंबे चले कई ऑपरेशन के बाद हुआ खुलासा
स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव ने बताया कि महीनो लंबे चले कई ऑपरेशन और टीम के अथक प्रयासों के बाद पुलिस टीम ने इन ड्रग तस्करों के ग्रुप का खुलासा कर कई सप्लायरों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. दिल्ली में प्रतिबंधित मादक पदार्थों की सप्लाई को देखते हुए डीसीपी ANTF अमित गोयल और एसीपी प्रभात सिन्हा की देखरेख में इंस्पेक्टर जसबीर, एसआई राहुल, हेड कॉन्स्टेबल मनीष और प्रमोद की टीमों का गठन कर नशे के कारोबारियों का पता लगाने के लिए किया गया था.
तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस कोवेंडरों की वेश में किया तैनात
पुलिस अलग-अलग टीम बनाकर नशे के धंधे में लिप्त सप्लायरों के बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी. इसमें पुलिस को लगातार जानकारियां मिल रही थीं कि कुछ इंटरस्टेट ड्रग पेडलर कनॉट प्लेस और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन एरिया में एक्टिव हैं, जो स्थानीय लोगों के साथ विदेशियों को भी ड्रग्स की सप्लाई कर रहे हैं. इस पर पुलिस टीम ने अनोखे तरीके का इस्तेमाल करते हुए अपने जासूसों को वेंडरों की वेशभूषा में उन क्षेत्रों में तैनात किया, जहां वे ड्रग पेडलर्स एक्टिव थे.
एक महीने लंबे चले ऑपरेशन का रिजल्ट मिला
एक महीने लंबे चले इस ऑपरेशन का रिजल्ट मिला और सबसे पहले जय किशन पांडे उर्फ चिकना नाम के एक ड्रग पेडलर को पुलिस दबोचने में कामयाब हुई. उसके कब्जे से 260 ग्राम भी बरामद की गई. जय किशन से मिली जानकारी और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने हरियाणा के पलवल स्थित असावटी रेल्वे स्टेशन से रंजीत कुमार उर्फ चीरा को गिरफ्तार किया. इसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसी दिन टैगोर गार्डन के रघुवीर नगर के रहने अनवर को भी गिरफ्तार किया.
डेली वेजेज पर लोगों को रख कर रेलवे स्टेशन पर बेचता था ड्रग्स
पूछताछ में जय किशन ने बताया कि वो रंजीत से बल्क में हेरोइन खरीदता था. उसके डेली वेज पर कुछ लोगों को ड्रग्स बेचने के लिए रखा था. उनके जरिये वो नई दिल्ली रेल्वे स्टेशन और उसके आसपास के युवाओं को बेचता था. जांच में पुलिस को पता चला कि रंजीत पर हत्या, हत्या के प्रयास जैसे कई आपराधिक मामले चल रहे हैं. बाद में ये हेरोइन जैसी प्रतिबंधित मादक पदार्थो की सप्लाई में लिप्त हो गया. उसने बताया कि वो अनवर से ड्रग्स की खेप लेता था और आगे दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में सप्लाई करता था. उसने बताया कि वो जय किशन को भी ड्रग्स बेचता था.
अनवर की जेल में हुई रंजीत कीशाकिर से मुलाकात
पूछताछ में अनवर ने बताया कि वो बिहार का रहने वाला है, पिता की मौत के बाद वो दिल्ली शिफ्ट हो गया था. उसने बताया कि 2014 में वो हत्या के प्रयास के एक मामले में गिरफ्तार हुए था. न्यायिक हिरासत में जेल में बंद रहने के दौरान, उसकी मुलाकात रंजीत और शाकिर से हुई. शाकिर ने अनवर को बताया था कि उसका भाई झारखंड से भारी मात्रा में ड्रग्स के खेप की सप्लाई कर सकता है, जो उसे फायदेमंद बिजनेस लगा. इसके लिए वो कई बार झारखंड भी जा चुका है.
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