भूमि पूजन के साथ शुरू हुआ छठ घाट बनाने का काम नई दिल्ली :राजधानी दिल्ली में छठ महापर्व को लेकर भूमि पूजन के बाद छठ घाट बनाने का काम शुरू हो गया है. जगह-जगह छठ घाट बन रहे हैं. चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत 17 नवंबर से नहाए खाए के साथ शुरू होगी. 18 नवंबर को खरना पूजन होगा. 19 नवंबर को डूबते सूर्य के साथ पहला अर्घ्य दिया जाएगा. वहीं, 20 नवंबर को उगते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर इस छठ महापर्व का समापन होगा.
कालकाजी छठ पूजा समिति के आयोजक विनोद चौधरी ने बताया कि कालकाजी में हम लोग 15 सालों से छठ पूजा का आयोजन कर रहे हैं. इस बार भी भूमि पूजन के साथ छठ घाट बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. पूर्वांचल के लोग बड़े उत्साह के साथ छठ महापर्व करते हैं और राजधानी दिल्ली में भी इसका भव्य आयोजन होता है.
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हम लोग कालकाजी इलाके में भव्य घाट बनाकर इस पर्व का आयोजन करते हैं. इस साल भी हमने भूमि पूजन के साथ छठ घाट बनाने का कार्य शुरू हो गया है. वहीं, पूजा के आयोजक शैलेंद्र जायसवाल ने बताया कि कालकाजी जन्माष्टमी पार्क में हम लोग 15 सालों से छठ पूजा का आयोजन कर रहा है कर रहे हैं, जहां पर हजारों की संख्या में छठ व्रत करने वाले भक्त पहुंचते हैं और छठ पूजा करते हैं. छठ पर्व नहीं बल्कि यह महापर्व है, जिसमें डूबते हुए भगवान भास्कर को भी अर्घ दिया जाता है.
सैकड़ों सरकारी घाटों का कराया जा रहा निर्माणःदेश के पूर्वांचल क्षेत्र का छठ महापर्व अब ग्लोबल हो चला है. विदेशों में भी जहां पूर्वांचल के लोग जा बसे हैं, वे वहां भी पूरे धूमधाम से छठ का पर्व मनाते हैं. वहीं राजधानी दिल्ली में भी इस पर्व को बड़े पैमाने पर मनाया जाता है. जहां इसके लिए सैकड़ो की संख्या में सरकारी घाटों का निर्माण कराया जाता है. वही अलग-अलग पूजा समितियां द्वारा भी सैकड़ो घाटों का निर्माण कराया जाता है. इस वर्ष भी इसकी शुरुआत कर दी गई है.
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