नई दिल्ली: पौराणिक मान्यता के अनुसार श्री कृष्ण जन्माष्टमी के ठीक 15 दिन बाद भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा जी का जन्म हुआ था. इसीलिए इस तिथि को राधाष्टमी के रूप में मनाया जाता है. इस दिन विधि विधान से पूजन करने से अखंड सौभाग्य प्राप्त होता है और जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं. साथ ही श्री कृष्ण जी की पूजना का भी पूर्ण फल मिलता है और मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है.
वहीं इस मौके पर दिल्ली के बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के हरीनगर वार्ड के चौकन मंदिर में श्री राधा जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन किया गया. इस दौरान भक्तों द्वारा झांकी निकाली गईं, कीर्तन का आयोजन किया और प्रसाद वितरण किया गया. बता दें श्री कृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा जन्म उत्सव मनाया जाता है. इसी उपलक्ष पर चौकन मंदिर में उत्सव का आयोजन किया गया.