नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:नोएडा यूनिट की स्पेशल टास्क फोर्स ने एक अंतर्राष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है. मामले में 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. यह कॉल सेंटर बिसरख थाना क्षेत्र में कई सालों से चल रहा था. इस कॉल सेंटर के माध्यम से आरोपियों ने अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी की है.
दरअसल, बिसरख थाना क्षेत्र के अंतर्गत महागुण माईवुड सोसायटी में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा था. इस कॉल सेंटर के माध्यम से अमेरिकी नागरिक समीर गुप्ता के साथ धोखाधड़ी की गई. समीर गुप्ता अमेरिका के न्यू जर्सी में रहते हैं. इसके साथ ही अमेरिकी नागरिक जॉन जॉनसन व वरुण सूद के साथ भी धोखाधड़ी की गई. कॉल सेंटर के माध्यम से उनके पास कॉल की गई और फिर धोखाधड़ी करते हुए बैंक ऑफ अमेरिका के अकाउंट नंबर से रुपए निकाल लिए गए. पीड़ितों की शिकायत के बाद एसटीएफ नोएडा यूनिट ने मामले की जांच शुरू की और फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि अमेरिकी नागरिकों की शिकायत पर कॉल सेंटर के खिलाफ जांच शुरू की गई. पता चला कि इस गैंग का सदस्य वरुण जो कि अंकुर गुप्ता का पार्टनर है वह बिसरख थाना क्षेत्र के स्थित महागुण माईवुड सोसायटी में कॉल सेंटर चल रहा है और अमेरिकी नागरिकों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है. यह सूचना के बाद कॉल सेंटर पर छापामारी करते हुए 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
विदेशी मुद्रा के साथ भारतीय रुपए व लग्जरी कार बरामद:फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले आरोपियों के पास से एसटीएफ ने एमजी हेक्टर, मर्सिडीज, बलेनो, ब्रेजा स्कोडा सहित आठ लग्जरी कार बरामद की. इसके साथ ही अलग-अलग कंपनियों के 23 लैपटॉप, 36 मोबाइल, धोखाधड़ी में प्रयोग किए जाने वाले साथ प्रिंट आउट पेपर, चार लाख रुपए की भारतीय मुद्रा, हांगकांग के 770 डॉलर, सिंगापुर के 318 डॉलर, थाईलैंड के 6170 भट्ट और दुबई के 1445 दिरहैम बरामद किए.
बैंककर्मी बनकर महिला का अकाउंट किया खाली: हाइटेक सिटी नोएडा में एक महिला के साथ साइबर ठगों ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. बैंककर्मी बनकर साइबर जालसाजों ने महिला के खाते से चेक क्लियर कराने के बहाने एक लाख रुपये निकाल लिए. महिला ने मामले की शिकायत फेज तीन थाने में दी है. थाना फेस थर्ड के प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और आइटी एक्ट में केस दर्ज हुआ है. साइबर सेल के साथ ही सर्विलांस टीम की मदद लेकर मामले की जांच की जा रही है .जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा.