नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:दो सरहदों की सीमा तोड़कर पाकिस्तान से भारत पहुंची 27 साल की महिला को प्रेमी और बच्चों सहित पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था. अब पुलिस पूछताछ में जो पता चला है वह बेहद चौंकाने वाला है. पूछताछ में महिला से जब उसकी शैक्षिक योग्यता के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि वह केवल 5वीं तक पढ़ी है, लेकिन महिला फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती है. कंप्यूटर चलाने में भी एक्सपर्ट है.
सूत्रों के अनुसार, महिला द्वारा दी गई जानकारी दस्तावेजों से मेल नहीं खा रही है. डीसीपी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद महिला ने बताया था कि 2019 में उसके पति सऊदी अरब चले गए, जिसके बाद उसका अपने पति से कोई संबंध नहीं है. जबकि, पासपोर्ट के मुताबिक उसने अपने सबसे छोटी बेटी को 2 जनवरी 2021 को जन्म दिया. उसकी आयु केवल ढाई वर्ष है. ऐसे में सवाल उठता है कि जब 2019 के बाद पति से संपर्क नहीं था तो छोटी बेटी ढाई वर्ष की कैसे हैं? इससे यह बात सामने आई है कि या तो वह गलत जानकारी दे रही है या उसके पास से मिले दस्तावेज फर्जी हैं.
बच्चों की जन्मतिथि पर नहीं हो रहा विश्वासः महिला के अनुसार, उसका पहला बेटा शादी के 3 वर्ष बाद जनवरी 2018 में हुआ. इसके 12वें महीने में 27 दिसंबर को पहली बेटी का जन्म हुआ. वहीं, 23 दिसंबर 2019 को दूसरी बेटी का जन्म हुआ. महिला और उसके बच्चों की आयु प्रमाण पत्रों की बजाय मौखिक रूप से बताई गई उम्र से मेल नहीं खा रही है. इन सब बातों से पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों का संदेह बढ़ रहा है.
दिया गया मोबाइल नंबर भी बंदः इतना ही नहीं, पूछताछ के दौरान महिला के द्वारा जो उसके परिवार और जानकारों के नंबर दिए गए थे उन पर पुलिस ने कॉल की तो कई नंबर बंद पाया गया. एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा अशोक कुमार सिंह ने बताया कि महिला से प्राप्त हुए दस्तावेज व मोबाईल फोन की जांच की जा रही है. साथ ही महिला के द्वारा बताई गई जानकारी को भी पुलिस चेक कर रही है.