नई दिल्ली:काफी हंगामे के बाद बुधवार को जामिया यूनिवर्सिटी में PM नरेंद्र मोदी पर आधारित बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग टल गई. स्टूडेंस यूनियन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) ने बुधवार शाम छह बजे डॉक्यूमेंट्री को दिखाए जाने के संबंध में एक पैम्फलेट जारी किया. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया और परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई. दिल्ली पुलिस के साथ-साथ अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गया. इस दौरान दोनों पक्षों में झड़प हुई और 13 छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
जामिया यूनिवर्सिटी ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन के संज्ञान में आया है कि एक राजनीतिक संगठन (SFI) से जुड़े कुछ छात्रों ने आज विश्वविद्यालय परिसर में एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म की स्क्रीनिंग के बारे में एक पोस्टर प्रसारित किया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक बार फिर कहा है कि बिना किसी अनुमति के परिसर में छात्रों की कोई बैठक/सभा या किसी भी फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं की जाएगी. ऐसा न करने पर आयोजकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण शैक्षणिक माहौल को खराब करने वाले लोगों/संगठनों को रोकने के लिए विश्वविद्यालय हर संभव उपाय कर रहा है.
13 छात्रों को पुलिस ने किया डिटेनः इधर, दिल्ली पुलिस ने बताया कि विश्वविद्यालय की अनुमति के बिना डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग पर अड़े छात्र हंगामा कर रहे थे. विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को सूचित किया कि कुछ छात्र सड़कों पर हंगामा कर रहे थे और इसलिए इलाके में शांति सुनिश्चित करने के लिए शाम 4 बजे के आसपास कुल 13 छात्रों को हिरासत में लिया गया.
दूसरी तरफ, SFI ने हिरासत में लिए गए छात्रों में से 4 की पहचान को उजागर किया है. इनकी पहचान अजीज, निवेद्य, अभिराम और तेजस के तौर पर हुई है. पुलिस की यह कार्रवाई यूनिवर्सिटी के चीफ प्रोक्टर के आदेश पर की गई. मालूम हो कि भारत सरकार ने पीएम मोदी पर बीबीसी द्वारा बनाई डॉक्यूमेंट्री को दिखाने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है.