नई दिल्ली: दिल्ली का दिल कहे जाने वाला सरोजनी नगर मार्केट(Sarojini Nagar Market In Delhi) देशभर के प्रसिद्ध बाजारों में से एक बाजार है. यह एशिया के चार प्रमुख बाजारों में से एक है. यह बाजार खाने-पीने के साथ कपड़े के खरीदारी के लिए प्रसिद्ध है. इसलिए यह बाजार युवाओं के साथ हर वर्ग के लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है. यहां सालों भर ग्राहकों की भीड़ रहती है. यहां सस्ता से सस्ता कपड़ा मिल जाता है. महिलाओं के लिए विशेष फैंसी कपड़े किफायती कीमत पर उपलब्ध हैं.
सरोजनी नगर मार्केट की स्थापना (Establishment of Sarojini Nagar Market) आजादी के बाद भारत पाकिस्तान के बंटवारे (partition of india pakistan) के बाद 1952 में की गई थी. तब यह मार्केट पाकिस्तान से आए रिफ्यूजी को रोजगार देने के उद्देश्य से बनाई गई थी. शुरू में यहां करीब 200 दुकानें बनाई गई थी. यहां नीचे दुकान और ऊपर रहने के लिए घर बनाए गए थे. इस मार्केट के चारों तरफ सरकारी कर्मचारियों के फ्लैट थे. इसके बाद धीरे-धीरे यह बाजार बढ़ता गया. यहां सैकड़ों की संख्या में दुकानें और रेहड़ी पटरी मौजूद है.
यहां ग्राहकों का जमावड़ा हमेशा लगा रहता है. मार्केट एसोसिएशन से जुड़े अशोक रंधावा ने बताया कि बाजार 1952 में बसी थी. तब यहां 200 दुकानें थी. इसके बाद यह बाजार बढ़ता गया. मौजूदा समय में यहां 750 के करीब दुकानें और हजार के करीब ऑथराइज रेहरी पटड़ी है. इस बाजार पर फिल्मी गाने भी बने हैं, जो हिट हुए हैं. यहां पर सस्ता और अच्छा कपड़ा मिल जाता है, जो लेटेस्ट फैशन का होता है. सरोजनी नगर मार्केट कपड़े की खरीदारी के लिए खास प्रसिद्ध है. यहां हर फैशन के कपड़े मिलते हैं. यहां की खासियत है कि हर कपड़ा किफायती दाम में मिल जाता है. इसलिए यह बाजार युवाओं और महिलाओं को अपनी तरफ आकर्षित करता है.
उन्होंने बताया कि त्योहारों के सीजन में यहां बड़ी संख्या में ग्राहक आते हैं. यह बाजार आतंकी निशाने पर भी रहा है. यहां अक्टूबर 2005 में दीपावली से पहले बम ब्लास्ट हुए थे, जिसमें 50 लोगों की जान चली गई थी और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे. इसलिए यहां सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था किए जाते हैं. यहां हर समय पुलिस मुस्तैद रहती हैं.