नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: दादरी नगरपालिका के लिए 11 मई को मतदान होगा. सभी पार्टियों के प्रत्याशी चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. प्रत्याशियों द्वारा तरह-तरह के वादे मतदाताओं को लुभाने के लिए किए जा रहे हैं. हालांकि इस बार भी नगरपालिका के स्थाई मुद्दे चुनाव में नजर नहीं आ रहे हैं.
दरअसल, दादरी नगरपालिका के लिए सभी पार्टियों के प्रत्याशियों ने पुरजोर मेहनत शुरु कर दी है. प्रत्याशी जनता के बीच जाकर उन्हें लुभाने के लिए लोक लुभावने वादे कर रहे हैं. एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी की ओर से दो बार की चेयरमैन रही गीता पंडित मैदान में है. वहीं समाजवादी पार्टी से अयूब मलिक, रालोद और आजाद समाज पार्टी से गठबंधन प्रत्याशी आजाद मलिक, कांग्रेस से अशोक पंडित और बहुजन समाज पार्टी से राव रविंद्र भाटी मैदान में है.
सभी प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने के लिए तरह तरह की सुविधाएं और योजनाएं देने की बात कर रहे हैं. हर बार चुनाव के समय वादे और योजनाओं की बात की जाती है. चुनाव खत्म हो जाने के बाद जनता को पूछने वाला कोई नहीं होता है. धरातल की बात करें तो दादरी अभी भी विकास से कोषों दूर है. बता दें, दादरी नगरपालिका पर पिछली दो योजनाओं से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा है.
दादरी में नहीं है पार्किंग की सुविधा: गौतम बुद्ध नगर का कस्बा दादरी एक पुराना शहर है. यहां पर नोएडा से लेकर आसपास के लोग आज भी सभी तरह का सामान खरीदने के लिए आते हैं. दादरी में कोई भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. व्यापारी वर्ग काफी लंबे समय से एक सार्वजनिक पार्किंग की मांग कर रहा है. लेकिन अभी भी चुनाव में पार्किंग के मुद्दे पर कोई भी प्रत्याशी बोलने को तैयार नहीं है. व्यापारी वर्ग का कहना है कि पार्किंग ना होने की वजह से दादरी के व्यापार पर इसका बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है, यहां पर खरीदार आने से बचने लगे हैं.