बाढ़ राहत केंद्र में रह रहे लोगों ने बयां की बाढ़ की दर्द भरी दास्तां नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बाढ़ के कारण हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के मदनपुर खादर इलाके में लोगों का घर पानी में डूबा है, जिसके बाद उनके लिए मदनपुर खादर एक्सटेंशन फेस 3 में स्थित सर्वोदय विद्यालय को बाढ़ राहत केंद्र के रूप में परिवर्तित किया गया है. जहां पर बाढ़ प्रभावित लोग रह रहे हैं. बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए दिल्ली सरकार के तरफ से तमाम इंतजाम किए गए हैं.
बाढ़ प्रभावित लोगों ने बताया कि जब 12 तारीख को बाढ़ आई तो हम लोग जैसे तैसे अपने घर से निकले और ऊचे स्थान पर पहुंचे. उसके बाद सरकार के बाढ़ राहत केंद्र पर आए हैं. यहां पर सरकार ने तमाम व्यवस्थाएं की है. तीन वक्त का खाना दिया जाता है. जैसे तैसे हमारा जीवन चल रहा है. सरकार ने जो किया है वह अच्छा किया है, लेकिन हमारा काफी नुकसान हुआ है. पूरा घर डूब गया है, उसमें रखा सारा सामान डूबकर खराब हो गया है. कई लोगों ने बताया कि सरकार ने तो अब मदद की है, लेकिन शुरू में हमें कोई मदद नहीं मिली थी. एक-दो दिन तक हम लोग काफी परेशान हुए थे.
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बता दें राजधानी दिल्ली में 12 जुलाई को यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद अचानक बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों में पहुंचने लगा था और उसके जद में हजारों लोग आने लगे थे. जिसके बाद अफरा-तफरी का माहौल दिल्ली में देखा गया था. लोग अपने आप से ही सुरक्षित स्थान निकले थे और शुरुआत में सिस्टम भी फेल नजर आ रहा था, लेकिन बाद में सरकारी महकमा हरकत में आया और फिर लोगों के लिए राहत कार्य शुरू किए गए. जगह-जगह स्कूलों को बाढ़ राहत केंद्र में परिवर्तित किया गया. इसी कड़ी में मदनपुर खादर इलाके के लोगों के लिए भी मदनपुर खादर एक्सटेंशन फेस थ्री में स्थित सर्वोदय विद्यालय को बाढ़ राहत केंद्र के रूप में परिवर्तित किया गया, जहां बाढ़ प्रभावित लोग अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं.
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