नई दिल्लीः ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए एसडीएमसी की चेयर पर्सन नंदिनी शर्मा ने कहा कि स्टैंडिंग कमेटी इस बार बहुत ही अच्छा बजट लेकर आ रही है. उन्होंने कहा कि इस बार के बजट को जब विपक्ष ने पढ़ा, तो उन्होंने कटाक्ष किया. जिससे उनका ह्रदय व्यथित है. उन्होंने कहा कि एमसीडी के टीचरों ने सुबह से लेकर शाम तक अपनी जान की बाजी लगाते हुए जगह-जगह राशन बांटा.
'MCD बजट से सबको मिलेगा फायदा' उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया घरों में कैद थी, तो एमसीडी के कर्मचारी अपनी जान को हथेली पर रखकर आम जनता की सेवा किए हैं, लेकिन विपक्ष के द्वारा लगातार एमसीडी पर निशाना साधा जा रहा है. नंदिनी शर्मा बताती हैं कि इस बार का जो एमसीडी बजट लेकर आ रही है उस बजट से आम लोगों को सुख मिलेगा. बजट में पहली बार गलियों के बारे में सोचा है और लोगों पर टैक्स का अतिरिक्त भार नहीं डाला जा रहा है.
MCD को आत्मनिर्भर बनाए जाने को लेकर चर्चा
साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को साकार करने की कोशिश लगातार एमसीडी कर रही है. बजट के बजट सत्र के अंदर यही चर्चा की गई कि एमसीडी को किस तरीके से आत्मनिर्भर बनाया जाए. सोलर पैनल लगाने में करीब 4 करोड़ खर्च किए हैं. साथ ही वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का भी लगातार एमसीडी का प्लान है और कम्युनिटी सेंटर को पीपी मॉडल में देकर रेवन्यू जेनरेट की जाएगी.
'इमरजेंसी फंड पर फोकस'
डॉ. नंदिनी शर्मा का मानना है कि इमरजेंसी फंड पर इस बार ज्यादा फोकस किया जाएगा. अगर कोई भी आपदा देश में आती है, तो एमसीडी के पास इमरजेंसी फंड होगा तो उसका उपयोग हो जाएगा. साथ ही 13 हजार करोड़ रुपए की मांग करते हुए साउथ जोन की चेयरपर्सन नंदिनी शर्मा ने कहा कि 13 हजार करोड़ रुपए अपने हिस्से का मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि लगातार वे लोग केजरीवाल सरकार से गुजारिश कर रहे हैं कि उनके हिस्से का पैसा उन्हें दे दिया जाए. जिससे दिल्ली एमसीडी की स्कूलों का विकास हो सके.
यह भी पढ़ेंः-बजट भाषण में भाजपा पर जमकर बरसे विकास गोयल