नई दिल्लीः दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में नई पार्किंग की निविदा प्रक्रिया पर मेयर ने रोक लगा दी है. मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने पार्किंग की निविदा प्रक्रिया को अस्थायी तौर पर रोकने के आदेश मंगलवार शाम को दिए हैं. पार्किंग ठेके में माफियाओं की संलिप्तता और निगम को हो रही राजस्व की हानि सामने आने के बाद यह फैसला लिया गया है.
दिल्ली की मेयर डाॅ. शैली ओबराॅय ने मंगलवार को सिविक सेंटर में एमसीडी के सभी विभागों के विभागाध्याक्षों के साथ बैठक की. इस बैठक में मेयर ने सभी विभागों के कार्यों, वर्तमान और आगामी परियोजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की. इस बैठक में उप-महापौर आले मोहम्मद इकबाल भी मौजूद थे. इस बैठक में पशु विभाग के अधिकारी ने मेयर डॉ शैली ओबरॉय को स्ट्रे डाॅग और आवारा पशुओं के बारे में बात की.
महापौर ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों से स्ट्रे डाॅग बाइटिंग की काफी शिकायतें मिल रही है और इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की आवश्यकता पर जोर दिया. अधिकारी ने महापौर को बताया कि यदि वर्ष भर 70 प्रतिशत आवारा कुत्तों का बंध्याकरण किया जाता है तो निश्चित रूप से आगामी वर्षों में कुत्तों की संख्या का नियंत्रित किया जा सकेगा. इसके अलावा उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा आवारा पशुओं की माइक्रोचिपिंग करने की योजना है, जिससे पशुओं का रिकाॅर्ड रखना आसान हो जाएगा. महापौर ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि क्षेत्र में आवारा पशुओं को उठाने और साथ बंध्याकरण करने वाले 17 एनजीओ के साथ बैठक करने के निर्देश दिए जिससे समस्या का जल्द से जल्द समाधान निकाला जा सके.
डाॅ शैली ओबराॅय ने विज्ञापन और लाभकारी परियोजना सेल और उससे प्राप्त हुए राजस्व के बारे में चर्चा की. वरिष्ठ अधिकारी ने इस दौरान पार्किंग की नई निविदा प्रक्रिया से अवगत कराया. इसके बाद मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने पार्किंग की निविदा प्रक्रिया को फिलहाल अस्थायी तौर पर रोकने के आदेश दिए. पार्किंग ठेके में माफियाओं की संलिप्तता और निगम को हो रही राजस्व की हानि सामने आने के बाद यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि पार्किंग माफिया पर अंकुश लगाने के लिए निविदा प्रक्रिया को रोका गया है. प्रत्येक आवेदन की पात्रता जांच के बाद ही एलओआई जारी किए जाएंगे.