नई दिल्ली: ओखला के मैसर्स तिमारपुर ओखला वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के पावर प्लांट का लगातार विरोध जारी है. स्थानीय लोगों ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी से लेकर जसोला के अपोलो अस्पताल तक पैदल मार्च निकाला.
इस मार्च में ना केवल बड़े लोगों ने शिरकत की बल्कि सैकड़ों की संख्या में बच्चे, बुजुर्ग, नौजवान और महिलाएं शामिल रहे. दरअसल लोगों का आरोप है कि जब से यहां प्लांट बना है तब से यहां रहने वाले लोगों को कई तरह की बीमारी हो रही हैं जिसके वजह से लोगों ने इस प्लांट का विरोध किया. बता दें कि इस प्लांट की वजह से इसके आसपास की लगभग 10 लाख आबादी प्रभावित हो रही है.
लोगों ने इस पावर प्लांट के खिलाफ निकाला मार्च, बोले- सांस लेने में होती है दिक्कत स्थानीय लोगों को हो रही है सांस संबंधी सम्मयाएं
लोगों की शिकायत है कि उन्हें अब सांस लेने में समस्या होने लगी है. इस प्लांट की वजह से आसपास की हवा जहरीली हो गई है. इनका कहना है कि इस प्लांट की वजह से आसपास की 10 लाख आबादी प्रभावित हो रही है. इस प्लांट की वजह से काफी स्वास्थ संबंधी समस्याएं हो रही हैं.
कौन-कौन से इलाके हो रहे हैं प्रभावित?
इस पावर प्लांट की वजह से सुखदेव विहार, जसोला, गफ्फार मंजिल, हाजी कॉलोनी, ओखला विहार शाहीन बाग, अबुल फजल, बटला हाउस, बदरपुर, मदनपुर खादर तथा कई अन्य इलाकों में लाखों जिंदगी ऊपर असर पड़ रहा है. दरअसल यह प्लांट मैसर्स तिमारपुर ओखला वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के द्वारा अपशिष्ट से ऊर्जा बिजली संयंत्र की है यह प्रयोजना कचरे से बिजली बनाने के लिए है.