नई दिल्ली: कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है. कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट और तीसरी लहर की बात की जा रही है. हालांकि अब देश के कई प्रदेशों में कोरोना के मामले नहीं के बराबर रह गए हैं. वहीं अक्टूबर के महीने में वायरल बुखार और डेंगू का भी खतरा रहता है क्योंकि इस दौरान मौसम चेंज होता है. इसी को लेकर दक्षिण पूर्वी जिले के जीवन अस्पताल गेट नंबर वन के एमडी से ईटीवी भारत ने बात की.
जीवन अस्पताल गेट नंबर 1 के एमडी डॉक्टर वीपेंद्र सब्बरवाल ने बताया कि अभी नहीं कह सकते कि कोरोना का खतरा टल गया है, साथ ही उन्होंने बताया कि अभी वायरल फीवर के पेशेंट आ रहे हैं. मरीजों में डायरिया और पेट दर्द के साथ बुखार के लक्षण सामने आ रहे हैं.
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डॉ. वीपेंद्र सब्बरवाल ने बताया कि लोग बचाव के लिए खाने-पीने का ध्यान रखें, साफ-सुथरी जगह का खाना खाएं, बाहर का खाना लेने से परहेज करें, पानी उबालकर पिएं. इसके अलावा उन्होंने डेंगू को लेकर लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी, कहा कि लोग आसपास पानी जमा न होने दें और फुल कमीज के कपड़े पहनें, ताकि मच्छरों से बचाव हो साथ ही सुबह शाम का जो मच्छर होता है वह डेंगू का मच्छर होता है. इस दौरान खासकर अपने आप को मच्छरों से बचाने का प्रयास करें और बहुत ज्यादा पानी पिएं. अगर डेंगू के लक्षण दिखें तो उसे हल्के में ना लें. डॉक्टर से संपर्क करें और इसके लिए टेस्ट कराएं.
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बता दें अक्टूबर-नवंबर महीने में डेंगू बीमारी का खतरा रहता है जिसमें लोगों को बुखार होता है और शरीर का प्लेटलेट्स डाउन हो जाता है.