नई दिल्ली/नोएडा:ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपोमार्ट में बुधवार को सबसे बड़ी फाउंड्री प्रदर्शनी और सम्मेलन का आयोजन शुरू हो गया है. यह आयोजन 8 फरवरी से 10 फरवरी 2023 तक चलेगा, जिसे इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन फाउंड्रीमेन (IIF) द्वारा आयोजित किया जा रहा है. इस 71वीं इंडिया फाउंड्री कांग्रेस (IFC) और इंडिया फाउंड्री इक्विपमेंट एग्जिबिशन (IFEX 2023) में 12,000 से अधिक बिजनेस विजिटर्स, विशेषज्ञ, पेशेवर, इंजीनियर शामिल हो रहे हैं. इसमें नई तकनीक, नए ट्रेंड और उद्योगों के अन्य घटकों को प्रदर्शित करने के साथ-साथ आने वाली नई चुनौतियों और अवसरों पर विचार विमर्श किया जाएगा, जो 2021-22 में 3.5 बिलियन अमरीकी डालर के निर्यात के साथ देश में लगभग 20 बिलियन अमरीकी डॉलर आंका गया है. आईआईएफ-आयोजक के अनुसार- तीन दिवसीय आयोजन के दौरान बिजनेस मीट में 10 लाख टन से अधिक कास्टिंग खरीद-बिक्री सौदों के होने की उम्मीद है.
बुधवार को इस मेगा इवेंट का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि स्वराज डिवीजन के वाइस प्रेसिडेंट-मैन्युफैक्चरिंग संजीव आनंद महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि सरकार का फोकस 'मेक इन इंडिया' और जीडीपी को आगे ले जाने पर है. इस प्रदर्शनी में कास्टिंग से बनने वाली धातु का प्रदर्शन किया जाएगा. इसके साथ ही कास्टिंग के उत्पादन फैक्ट्री वाले अनेक धातुएं पीतल तांबा एलमुनियम उन सब धातुओं की विशेषताओं के साथ प्रदर्शन किया जाएगा. इस प्रदर्शनी में छोटे कामगार भी हिस्सा ले रहे हैं देश में कास्टिंग से बनने वाले पार्ट्स को प्रदर्शित किया जाएगा. हमारे जीवन में अधिकांश वस्तुएं कास्टिंग से बनाई जाती हैं. घर की अलमारी से लेकर हवाई जहाज और स्पेस में जाने वाली वस्तुएं भी कास्टिंग से बनती हैं. हमारा देश कास्टिंग में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कार्य कर रहा है उसी पर यह प्रदर्शनी लगाई गई है.
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कांग्रेस और प्रदर्शनी ने कास्ट इंडिया एक्सपो, कास्ट सोर्स मीट और बी2बी मीट, सीईओ मीट, सप्लाई चेन बाजार (आईएफईएक्स में पहली बार आईएफईएक्स में पूरी आपूर्ति श्रृंखला) के माध्यम से उद्योगों के विभिन्न आयामों पर विचार-विमर्श करेगी.
इस मेगा शो की मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए, IFC और IFEX की आयोजन समिति के चेयरमैन प्रदीप मित्तल ने कहा कि मध्यम और लघु उद्योग (MSMEs) संपूर्ण उद्योग जगत का 80% से अधिक हिस्सा हैं. सरकार ने इस बार के यूनियन बजट 2023-24 में हाई क्रेडिट फ्लो और अनुपालन को सरल बना कर धन की कमी से जूझ रहे सेक्टर को बढ़ावा दिया है. MSMEs के लिए 9,000 करोड़ रुपये की एक संशोधित क्रेडिट गारंटी स्कीम का शुभारंभ होगा, जिससे छोटे व्यवसायियों को 2 लाख करोड़ रुपये के अतिरिक्त संपार्श्विक-मुक्त क्रेडिट की अनुमति देगा. 71वें IFCs/IFEX का आयोजन अमृत काल की पृष्ठभूमि में उठो, स्वचालित और आत्मानिभर के मुख्य विषय के साथ किया जा रहा है.
इस दौरान आईआईएफ के सचिव दिनेश गुप्ता ने कहा कि सरकार स्वदेशी डिफेंस उत्पादन पर ध्यान केंद्रित कर रही है। ऑटो सेक्टर के साथ रेलवे और डिफेंस हमारे लिए प्रमुख सेक्टर हैं. यूनियन बजट में डिफेंस के सेक्टर को बढ़ाकर 5,93,537.64 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो भारत सरकार के कुल बजट का 13.18 प्रतिशत है. इस वृद्धि का फाउंड्री उद्योग पर भी प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने कहा की इससे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट, सामंजस्य पूर्ण सहयोग, नॉलेज शेयरिंग, नेतृत्व विकास, क्षमता निर्माण और स्थिरता पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.