नई दिल्ली: रविवार को साप्ताहिक अवकाश के साथ सोमवार को ईद के कारण बंद अधिकांश निजी और सरकारी कार्यालय मंगलवार को खुल गए. इससे ड्यूटी जाने वालों में सुबह से दोपहर तक बदरपुर बस स्टैंड पर बस पकड़ने के लिए अफरा-तफरी सा माहौल रहा. आलम ये रहा कि जैसे ही स्टैंड पर कोई डीटीसी की बस पहुंचती थी. उसमें बैठने के लिए दैनिक यात्रियों में होड़ मच जा रही थी. वहीं इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग बिल्कुल ख्याल नहीं रखा जा रहा था.
ऑफिस पहुंचने में हुई परेशानी
यात्रियों का कहना था कि वो समय पर ऑफिस पहुंचना चाह रहे हैं, लेकिन काफी देर खड़े रहने के बावजूद कोई बस नहीं मिल रही है. जो मिल भी रही है, उसमें जगह नहीं मिलती. इससे परेशानी बढ़ गई है. दैनिक यात्रियों ने मौजूदा यातायात व्यवस्था इंतजाम को लेकर दिल्ली सरकार पर भी आरोप लगाए. उनका कहना था कि लाॅकडाउन-4 में ढील मिलने के बाद सरकार ने बस-ऑटो की सुविधा तो शुरू कर दी. यात्रियों के बैठने के लिए नियम बनाए भी बना दिए हैं. लेकिन बसों की संख्या नहीं बढ़ाई. इससे ड्यूटी करने वालों की परेशानी बढ़ गई है. उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी समय बर्बाद करना पड़ रहा है. आधे घंटे के सफर को तय करने में डेढ से दो घंटे का वक्त लग रहा है.
ये है नियम
लॉकडाउन-4 के तहत 31 मई तक के लिए दिल्ली सरकार की ओर से कंटेनमेंट जोन के बाहर सभी बाजार और मार्केट कॉम्प्लेक्स को ऑड-ईवन सिस्टम के तहत खोलने की अनुमति दी गई है. सरकारी और निजी दफ्तर आदि खोलने की अनुमति दी गई है. साथ ही केंद्र की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत निजी और सार्वजनिक परिवहन के साधनों के अलावा ऑटो और कैब परिचालन की अनुमति दी गई. इसके लिए बनाए गए नियमों में कहा गया है कि बस में केवल 20 यात्री ही बैठ सकेंगे. साथ ही सभी यात्रियों की बस में बैठने से पहले स्क्रीनिंग की जाएगी और बस में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाया जाएगा.