नई दिल्ली: कोरोना संकट की वजह से दिल्ली सहित देशभर में लॉकडाउन किया गया है. वहीं इस लॉकडाउन की वजह से जहां बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं अब इस लॉकडाउन की वजह से भारत की इंडस्ट्री/अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो रही है. ऐसे ही देश के बड़े इंडस्ट्रियल क्षेत्र में से एक दिल्ली के ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के ओखला चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के व्यापारियों से ईटीवी भारत की टीम ने इस मुद्दे पर खास बातचीत की.
लॉकडाउन की वजह से व्यापारियों पर पड़ा है कई प्रकार से प्रभाव - Delhi lockdown
देशभर में कोरोना संकट की वजह से लॉकडाउन किया गया है. जिससे सब कुछ बंद पड़ा है और इसी कड़ी में इंडस्ट्रीज भी बंद पड़ी है. जिससे इंडस्ट्री को काफी नुकसान हुआ है और अब व्यापारी उद्योगों के लिए भी सरकार से पैकेज की मांग कर रहे हैं. इस स्थिति में व्यापारी नुकसान उठाने को मजबूर हैं. लॉकडाउन की वजह से फैक्ट्री बंद है. उसके बावजूद भी फिक्स चार्ज लग रहे हैं.
फैक्ट्री बंद होने पर भी लगता है बिजली बिल के साथ फिक्स चार्जेज
साथ ही ओखला चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज से जुड़े एक अन्य व्यापारी के. के. गुप्ता ने बताया कि जो व्यापारियों को फिक्स चार्ज के नाम पर बिजली बिल लिया जाता है. वो लगातार लग रहा है. क्योंकि हम बिजली जलाएं या ना जलाएं वो फिक्स चार्जेस लगता है और लॉकडाउन की वजह से फैक्ट्री बंद है. उसके बावजूद भी फिक्स चार्ज लग रहे हैं. सरकार को इसके लिए कुछ करना चाहिए. वहीं एक अन्य व्यापारी रमन ने बताया कि सरकार को अर्थशास्त्रियों के साथ मिलकर एक पैकेज के बारे में सोचना चाहिए. ताकि भारत की इंडस्ट्री के साथ ही अर्थव्यवस्था को संभाला जा सकें .
आपको बता दें देशभर में कोरोना संकट की वजह से लॉकडाउन किया गया है. जिससे सब कुछ बंद पड़ा है और इसी कड़ी में इंडस्ट्रीज भी बंद पड़ी है. जिससे इंडस्ट्री को काफी नुकसान हुआ है और अब व्यापारी उद्योगों के लिए भी सरकार से पैकेज की मांग कर रहे हैं.