ग्रेटर नोएडा/नई दिल्ली: अखिल भारतीय गुर्जर संस्कृति शोध संस्थान में गुर्जरी कार्निवल का आयोजन किया जाएगा, यह आयोजन 4 से 5 मार्च तक किया जाएगा. संस्थान के अध्यक्ष योगेंद्र चौधरी ने बताया कि गुर्जरी कार्निवल का आयोजन संस्थान के परिसर में बीते दिनों फरीदाबाद के सूरजकुंड मेले की तर्ज पर किया जाएगा. कार्निवल में उत्तर प्रदेश के साथ हरियाणा, फरीदाबाद, गुजरात, राजस्थान व जम्मू कश्मीर तक के गुर्जर समाज के लोग शामिल होंगे.
दरअसल, ग्रेटर नोएडा के परी चौक के पास अखिल भारतीय गुर्जर संस्कृति शोध संस्थान स्थित है, जहां पर गुर्जरी कार्निवल का आयोजन आगामी 4 व 5 मार्च को किया जाएगा. इस कार्निवल में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के इतिहासकार व शिक्षाविद शामिल होकर युवाओं को गुर्जरी संस्कृति से रूबरू कराएंगे. कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को अपनी सभ्यता व संस्कृति का ज्ञान कराना है. संस्थान के अध्यक्ष योगेंद्र चौधरी ने बताया कि गुर्जरी शब्द का मतलब किसी गुर्जर महिला से नहीं है बल्कि यह एक संस्कृति है जिसे गुर्जरी संस्कृति के नाम से जाना जाता है. अखिल भारतीय गुर्जर संस्कृति शोध संस्थान पिछले 15 वर्षों से गुर्जरी संस्कृति पर शोध कार्य करता रहा है.
वहीं, संस्थान के संरक्षक हरीश चंद्र भाटी ने बताया कि 4 से 5 मार्च सुबह 10 से 6 बजे तक कार्यक्रम होगा. इसमें सुबह 11 बजे से 1 बजे तक इतिहासकार व शिक्षाविद युवाओं को गुर्जरी संस्कृति का विस्तृत ज्ञान कराएंगे. साथ ही उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे. वहीं, दोपहर 1 बजे से 6 बजे तक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे.