नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के समुचित रखरखाव को लेकर को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बहुत से दावे करता है. प्राधिरकरण के लाख दावों के बावजूद ग्रेटर नोएडा में साफ सफाई की व्यवस्था चरमराई हुई है. सेक्टर हो या गांव किसी भी जगह पर साफ सफाई मानकों के अनुसार नहीं की जा रही है. स्थानीय लोगों द्वारा शिकायत किए जाने के बाद भी प्राधिकरण द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.
बीमारियों का बढ़ रहा खतरा: स्थानीय लोगों का कहना है कि प्राधिकरण की तरफ से साफ-सफाई नहीं कराई जा रही है. ऐसे में निवासियों पर बीमारियों के बढ़ने का खतरा भी मंडराने लगा है. इलाके के अधिसूचित क्षेत्रों में गांव और सेक्टर में साफ सफाई की व्यवस्था प्राधिकरण के द्वारा की जाती है. प्राधिकरण ने गांव और सेक्टर में साफ सफाई के लिए सफाई कर्मियों को नियुक्त किया गया है लेकिन उसके बाद भी सफाई सही तरीके से नहीं की जा रही है.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ मेघा रूपम ने मामले को लेकर कहा कि साफ-सफाई को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं, बढ़ रही गंदगी के कारण बीमारियां बढ़ने का खतरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्राधिकरण द्वारा साफ सफाई को लेकर एक अभियान चलाया जाएगा और इसके साथ ही फॉगिंग भी की जाएगी. इससे बढ़ रहे मच्छरों के कारण बीमारियां बढ़ने के खतरे को रोका जा सकेगा.