नई दिल्ली/नोएडा: एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांवों के किसानों का अपनी मांगों को लेकर आंदोलन अभी भी चल रहा है. एनटीपीसी प्लांट के पास रसूलपुर गांव में किसान आंदोलन कर रहे हैं और उनका साफ तौर पर कहना है कि जेल भेजे गए किसानों की बिना शर्त रिहाई व उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक उनका आंदोलन लगातार चलता रहेगा. कई दौर की प्रशासन से वार्ता के बाद भी उनकी मांगे पूरी नहीं हुई है और न ही किसानों को जेल से रिहा किया गया है. इसको लेकर किसान 18 नवंबर शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घेराव करेंगे.
किसानों का कहना है कि पिछले दिनों जिलाधिकारी कार्यालय पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों से वार्ता हुई थी, जिसमें अधिकारियों ने जल्द किसानों की रिहाई का आश्वासन दिया था. लेकिन अभी तक जेल भेजे गए 12 किसानों की रिहाई नहीं की गई है और ना ही उनकी मांगों को पूरा किया गया है. इसके लिए किसान एकत्रित होकर आगामी शुक्रवार को नोएडा के सेक्टर-108 स्थित पुलिस कमिश्नर का घेराव करेंगे. इसमें अपनी मांगों को पूरा करने व किसानों की रिहाई की मांग करेंगे. रसूलपुर गांव में किसानों के आंदोलन में पंचायत की गई, जिसमें अन्य किसान संगठन भी मौजूद रहे. इसमें किसानों ने 108 स्थित पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया है.
दरअसल, एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांवों के किसान एक नवंबर को एनटीपीसी प्लांट पर धरना प्रदर्शन (protest at ntpc plant) कर रहे थे. उसी दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन से पानी की बौछार कर दी, जिसमें कई महिलाओ सहित एक दर्जन से अधिक किसान घायल हो गए. साथ ही 500 किसानों पर मुकदमा दर्ज किया गया और किसान नेता सुखबीर खलीफा सहित एक दर्जन किसानों को जेल भेज दिया. उसके बाद से ही एनटीपीसी प्लांट के पास किसानों का धरना लगातार चल रहा है.