नई दिल्ली:दक्षिण पूर्वी जिले के गोविंदपुरी थाना पुलिस ने फर्जी काल सेंटर के जरिये अमेरिकी नागरिकों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. आरोपी खुद को अमेजन और पे-पल कंपनियों का कर्मचारी बताकर ठगी करते थे. आरोपियो की पहचान अनीस अहमद, शिवेन्द्र मणि त्रिपाठी, अंकित और आशीष के रूप में की गई है.
अब तक करीब पांच करोड़ की ठगी
आरोपी पिछले छह महीने से तुगलकाबाद में फर्जी काल सेंटर चला रहे थे. यह काल सेंटर अमेरिका के समय के हिसाब से रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक चलाया जा रहा था. पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया कि अभी तक आरोपी विदेशियों से करीब पांच करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं.
अमेरिका के लोगों को बनाते थे निशाना
पुलिस उपायुक्त राजेन्द्र प्रसाद मीणा ने बताया कि गोविंदपुरी एसएचओ सीपी भारद्वाज की टीम को एक सूचना मिली कि तुगलकाबाद इलाके में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है. सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर अमूल त्यागी, एसआई मंजूर, कांस्टेबल शिवकुमार की टीम को छापेमारी के लिए भेजा गया. जांच के दौरान पुलिस को मौके पर जो लोग मिले वो टोल फ्री नंबर के जरिये अमेरिका के लोगों से खुद को अमेजन और पे-पल के कर्मचारी बनकर बात कर रहे थे. आरोपी उन्हें साइबर सुरक्षा का डर दिखाकर उन्हें झांसे में लेते, जब लोग उनके झांसे में आ जाते थे तो वह अकाउंट की सुरक्षा के नाम पर उनसे पैसे चार्ज करने की बात बताते थे और उनसे रकम ट्रांसफर करवा लेते थे.
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सितंबर से तुगलकाबाद में चला रहे फर्जी कॉल सेंटर
पूछताछ में सामने आया है कि अनीस अहमद खुद 12 वीं पास है और उसके साथ काम करने वाले बाकी लोग एक बीटेक स्नातक, स्नातक और एक फाइव स्टार होटल का कर्मचारी है. अनीस ने पूछताछ में बताया कि उसने बीपीओ में नौकरी की. इस दौरान उसने अमेरिकन एक्सेंट में बातचीत का तरीका सीखा और काम आने के बाद उसने बाकी तीनों दोस्तों को अपने साथ मिलाया. सितम्बर 2020 में अपना कॉल सेंटर शुरू किया और फिर लोगों से ठगी करने लगे.