नई दिल्ली: दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र के गोविंदपुरी इलाके में स्थित भूमिहीन कैंप पर मंगलवार को डीडीए का बुलडोजर चला. इस दौरान वहां पर मौजूद कई झुग्गियों को तोड़ा गया. दरअसल यहां झुग्गी में रहने वाले लोगों को गोविंदपुरी में बने फ्लैट को डीडीए द्वारा सौंपा गया है. जिन लोगों को फ्लैट मुहैया कराया गया है, उनकी झुग्गियों को डीडीए द्वारा तोड़ा जा रहा है. हालांकि, यहां कई लोगों का कहना है कि उन्हें फ्लैट दिए बिना ही उनकी झुग्गियों को तोड़ा जा रहा है.
झुग्गी में रहने वाले जगदीश ने बताया कि हमारी झुग्गी को तोड़ दिया गया और हमें फ्लैट भी नहीं दिया गया. हमारे परिवार में सिर्फ एक बेटे को फ्लैट मिला है. न हमारी पत्नी को फ्लैट मिला और न ही हमारे अन्य बेटों फ्लैट मिला. उनके अलावा शकुंतला नाम की महिला ने बताया कि हमारी झुग्गियों तोड़ दिया गया, जबकि केवल मुझे ही फ्लैट दिया गया है और मेरे बेटे को फ्लैट नहीं मिला है. जो फ्लैट मिला है, उसमें नौ फीट के दो कमरे हैं. हम सभी बच्चों को लेकर यहां कैसे रहें.
बता दें, कालकाजी इलाके के गोविंदपुरी का भूमिहीन कैंप, करीब 40 साल पुराना कैंप है. यहां हजारों की संख्या में लोग सालों से रहते आ रहे हैं. वहीं, इसी कैप में रहने वाले लोगों के लिए ही 'जहां झुग्गी वहीं मकान' योजना के तहत दिल्ली के गोविंदपुरी में बहुमंजिला फ्लैट बनाए गए हैं. डीडीए की ओर से दावा किया गया है कि लोगों को फ्लैट देने के बाद ही उनकी झुग्गियों को तोड़ा जा रहा है, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है. बता दें, इस योजना के तहत गोविंदपुरी इलाके में झुग्गी वासियों के लिए बहुमंजिला फ्लैट बनाए गए थे. योजना के तहत करीब 3,000 फ्लैट बनाए गए हैं. फिलहाल जिन लोगों को फ्लैट अलॉट कर दिया गया है, उनकी झुग्गियों को तोड़ा जा रहा है.