नई दिल्ली:मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इसमें उन्होंने गंदे पानी की आपूर्ति की समस्या का स्थायी निदान करने के सख्त निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि दिल्ली में गंदे पानी की समस्या पूरी तरह से खत्म करना है. इसके लिए डीजेबी को एक प्लान बनाकर देने का निर्देश दिया गया है. जिन इलाकों में गंदे पानी की शिकायत आ रही है, उनको चिह्नित कर इसके कारणों का पता लगाने और उस पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. बैठक में जल मंत्री सौरभ भारद्वाज और दिल्ली जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में दिल्ली की जनता को गंदे पानी की समस्या से मुक्ति दिलाने पर लंबी चर्चा हुई.
समीक्षा बैठक के दौरान गंदे पानी की आपूर्ति की समस्या को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने डीजेबी अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अब दिल्ली में गंदा पानी कहीं पर भी नहीं आना चाहिए. दिल्ली में चार जगहों पर फिल्टर अपडेट होना है, जिसे तत्काल अपडेट कर लिया जाए. चार पुराने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स हैं, जिनके मानक भी पुराने हैं, जिसके चलते उन प्लांट्स के अंदर टर्बोरेटरी ज्यादा है. इन सभी प्लांट्स को आधुनिक किया जाए. अगर गंदे पानी का स्रोत अमोनिया है, तो उसे खत्म करने का काम तेजी से किया जाए. पाइप लाइन को भी चेक किया जाए. अगर गंदे पानी की आपूर्ति की समस्या पाइप लाइन से है, तो उसे ठीक किया जाए.
नए ट्यूबवेल लगाने का काम में तेजी लाने को कहा:सीएम ने कहा कि पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए ट्यूबवेल लगाने का काम तेजी किया जाए, जिससे कि जनवरी-फरवरी महीने में ट्यूबवेल्स डाउन न हों. अधिकारियों ने अवगत कराया कि ट्यूबवेल्स लगाने के लिए डीडीए से प्राप्त जमीन को देख लिया गया है और 400 स्थानों पर ट्यूबवेल्स लगाने की मंजूरी मिल गई है.
इस पर सीएम ने कहा कि डीडीए की जमीन पर कब्जा लेने का प्रयास तेज किया जाए. अक्टूबर तक ट्यूबवेल्स लगाने का कार्य पूरा कर लिया जाए. जहां पर भी आवश्यकता हो, वहां आरओ प्लांट भी लगाया जाए. जहां पर जमीन की जरूरत है, वहां जमीन प्राप्त करने का प्रयास तेज किया जाए, जिससे जल्द से ट्यूबवेल्स लगाने का काम पूरा किया जा सके.