नई दिल्ली: एक्टिंग स्कूल खोलकर उसका खर्च ना चला पाने की वजह से एक शख्स ने चिल्ड्रन बैंक के नोट लेकर लोगों से ठगी करना शुरू कर दिया. उसने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर आधा दर्जन लोगों से लाखों रुपये की ठगी की. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
चिल्ड्रन बैंक के नोट लेकर लोगों से ठगी करते थे आरोपी दक्षिणी पूर्वी दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के नाम शाहिद और हेमराज हैं. शाहिद जामिया नगर में एक एक्टिंग स्कूल चलाता है जबकि हेमराज उसी स्कूल में हेयर स्टाइलिस्ट है. वो भोजपुरी फिल्मों में काम करने की तैयारी कर रहा था और उसने यूट्यूब पर अपनी एक्टिंग के कई वीडियो डाले हैं.
बड़ी ठगी को दिया अंजाम
बदरपुर इलाके में एक शख्स ने ठगी की शिकायत बीते माह की थी. उसने बताया कि कुछ लोग उससे संपर्क कर पहले असली नोट दे गए और कहा कि अगर ये नोट बाजार में चला दोगे तो आधा पैसा आपका, जबकि वो नोट असली ही थे. नोट चलाने के बाद आरोपी फिर मिले और शिकायतकर्ता से तीन लाख के असली नोटों के बाद उसे छह लाख के चिल्ड्रन बैंक ऑफ इंडिया के नकली नोट पकड़ा गए.
बीच में भरे थे चिल्ड्रन बैंक के नोट
घर जाकर पीड़ित ने जब आरोपियों से लिये गए नोट देखे तो उनमें केवल ऊपर और नीचे असली नोट थे और बीच में चिल्ड्रन बैंक के नोट रखे थे. उसने बदरपुर पुलिस को शिकायत की. मामला दर्ज कर बदरपुर एसएचओ विजयपाल दहिया की टीम ने छानबीन शुरू की.
टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस ने बाटला हाउस इलाके से शाहिद को गिरफ्तार कर लिया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सलमान उर्फ हेमराज को भी गिरफ्तार कर लिया, जो इस ठगी में शामिल था. इनके एक अन्य साथी की तलाश पुलिस कर रही है.
भोजपुरी एक्टर बनना चाहता था शाहिद
आरोपी शाहिद ने पुलिस को बताया कि वो बिहार का रहने वाला है और भोजपुरी फिल्मों में हीरो बनना चाहता था. इसके लिए वो दिल्ली आया और यहां सराय काले खां में एक्टिंग स्कूल खोला. यहां वो कलाकार बनने की चाहत रखने वाले युवाओं को एक्टिंग सिखाता था. इसी जगह हेमराज हेयर स्टाइलिस्ट था. इस एक्टिंग स्कूल से ज्यादा कमाई नहीं हो रही थी. वहीं इसे चलाने के लिए उसे प्रत्येक माह कम से कम 50 हजार रुपये चाहिए थे. इसलिए वो अपने साथियों को साथ लेकर लोगों से ठगी करने लगा.
ऐसे करते थे ठगी
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने चिल्ड्रन बैंक के काफी नोट और डॉलर अपने पास रखे थे. वो पहले अपने शिकार को तलाशते और फिर उसे असली डॉलर या भारतीय नोट सस्ते में देते. ये नोट असली होने की वजह से बाजार में आसानी से चल जाता था. इसके बाद वो बड़ी रकम जब देते तो उसमें नोटों की गड्डी के बीच में चिल्ड्रन बैंक ऑफ इंडिया के नोट लगा देते थे. वहीं ऊपर और नीचे असली नोट होते थे. इस तरह से अब तक वो अंबेडकर नगर, कश्मीरी गेट, बदरपुर और ओखला में आधा दर्जन से ज्यादा ठगी कर चुके थे.
चिल्ड्रन नोट को लेकर जांच जारी
डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि इस बात की जांच की जा रही है कि आरोपियों के पास इतनी बड़ी संख्या में चिल्ड्रन बैंक के नोट कहां से आए. या फिर कहीं वो किसी से ये नोट छपवा रहे थे. पुलिस ने इनके एक्टिंग स्कूल से ऐसे काफी नोट बरामद किए हैं.