नई दिल्ली: साउथ ईस्ट दिल्ली के ग्रेटर कैलाश पार्ट-2 की निवासी 89 साल की बुजुर्ग महिला बीमारी की वजह से अपने बिस्तर से उठ नहीं सकती हैं. आज मुसीबत के समय में सरकारी एजेंसी सीजीएचएस की ओर से इनको मिलने वाली मेडिकल सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. परिजनों का कहना है कि वो बीमार हैं. बुजुर्ग महिला मालती माथुर भारत सरकार के एम्पलाई की फैमिली पेंशनर हैं जो सुविधाएं इनको पहले मिला करती थी. वो पिछले 3 महीने से नहीं मिल पा रही है. इस पूरे मुद्दे पर ही ईटीवी भारत की टीम ने इनके परिजनों से बातचीत की.
बुजुर्ग महिला को नहीं मिल रही मेडिकल सुविधाएं नहीं मिल पा रहा सीजीएचएस स्कीम की सुविधाएं
बुजुर्ग महिला मालती माथुर के दमाद जितेंद्र माथुर ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि श्रीमती मालती माथुर की उम्र 89 साल है. वे बीमार हैं, लेकिन इनको सीजीएचएस से मिलने वाली मेडिकल सुविधाएं पिछले कुछ महीने से नहीं मिल पा रही है. इसके लिए बताया जाता है कि जो दवाई के वेंडर थे. उनको उनका टेंडर नहीं पास हुआ है. साथ ही उनका कहना है कि इनकी पेंशन कम है और अब उम्र के इस पड़ाव पर सारी व्यवस्था और इलाज का खर्चा कैसे कोई करता है. हालांकि परिवार सब कुछ कर रहा है लेकिन जो सुविधा पहले थी वो नहीं मिल पा रही है.
'नहीं मिल रही मेडिकल की सुविधा'
साथ ही जितेंद्र माथुर बताते हैं कि भारत सरकार की सीजीएचएस स्कीम के तहत भारत सरकार के एम्पलाई, पेंशनर और फैमिली पेंशनर को मेडिकल सुविधाएं दी जाती थी और दी भी जा रही हैं. लेकिन कुछ महीने से ये सुविधाएं फैमिली पेंशनर जोकि हमारी सास मालती माथुर हैं. उनको नहीं मिल पा रही है. हालांकि परिवार उनकी सेवा कर रहा है.
आपको बता दें सीजीएचएस भारत सरकार की एक स्कीम है. जिसके तहत भारत सरकार के कर्मचारी, पेंशनर और फैमिली पेंशनरों को मेडिकल सुविधाएं दी जाती है. लेकिन ग्रेटर कैलाश पार्ट 2 में रहने वाली 89 वर्षीय बुजुर्ग महिला को ये सुविधाएं पिछले कुछ महीने से नहीं मिल पा रही. जिससे परिवार परेशान है.