नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: यमुना प्राधिकरण में इंडियन पार्टनरशिप फोरम की अगुवाई में यूके की 16 कंपनियां इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद के लिए स्थापित होगी. फोरम के पदाधिकारियों ने बुधवार को यमुना प्राधिकरण के सीईओ के साथ बैठक की और 130 हेक्टेयर जमीन प्राधिकरण से मांगी है. अगले 6 महीने में जमीन का आवंटन हो जाएगा, इसमें करीब बीस हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. वहीं येड़ा के सेक्टर 7 में जापानी औद्योगिक सिटी विकसित की जाएगी, इसको लेकर भी दिल्ली स्थित जापानी दूतावास में बैठक हुई.
इंडियन पार्टनरशिप फॉर्म की अगुवाई में बंपर निवेश: उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इंडियन पार्टनरशिप फोरम ने 4 हजार करोड़ रुपए के निवेश पर एमओयू साइन किए हैं. अब फोरम के अध्यक्ष डॉ मोहन कौल बीते बुधवार को यमुना प्राधिकरण पहुंचे और उन्होंने सीईओ अरुण वीर सिंह से मुलाकात की. उन्होंने बताया कि 2 चरणों में 16 कंपनियां यहां आनी है, जिसमें से पहले चरण में 6 कंपनियां आएंगी. उन्होंने बताया कि यूके में बस चुके भारतीय उद्यमी यहां पर निवेश करना चाहते हैं, यह सभी कंपनियां इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र की है. इसमें मेडिकल डिवाइस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लीन एनर्जी और हाइड्रोजन एनर्जी आदि पर काम करने वाली कंपनियां शामिल है. यह सभी कंपनियां यहां पर आएंगी और यमुना प्राधिकरण में अपने उद्योग लगाएंगी.
यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि सेक्टर 7 में इन कंपनियों को जमीन आवंटित की जाएगी. इसके लिए फोरम ने 130 एकड़ जमीन मांगी है, यह कंपनियां फोरम की अगुवाई में यहां पर आएंगी और यहां पर अपने पेटेंट कराए उत्पादों को बनाएंगी. फोरम के अध्यक्ष ने साइट का दौरा किया है. सितंबर में यहां पर जी 20 सम्मेलन होगा, इसी दौरान जमीन आवंटन के पत्र सौंपने की तैयारी है.