नई दिल्ली:देश के साथ-साथ राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले कम होते जा रहे हैं, जिसको देखते हुए दिल्ली सरकार पिछले एक महीने से ज्यादा वक़्त तक रहे लॉकडाउन को धीरे-धीरे खोल रही है, लेकिन लोगों की जिन्दगी अभी पटरी पर आने में समय लगेगा. लॉकडाउन के समय में लोग घरों में बन्द थे. जो समर्थ थे, उनको तो किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई, लेकिन जो छोटा-मोटा काम करने वाले और रोजाना कमाकर खाने वालों को इस लॉकडाउन के समय में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे लोगों की मदद करने के लिए पार्षद मनोज महलावत जुटे हुए हैं.
जंगली इलाके में रहने वालों की मदद
हालांकि कई राजनितिक पार्टियां और स्वयंसेवी संस्थाएं इन मजबूरों की मदद के लिए आगे आईं, लेकिन सुदूर इलाके या जंगलों में रहने वालों के पास ये मदद नहीं पहुंच पाती थी, जिसके कारण कई ऐसे परिवारों को भूखे भी रहना पड़ रहा है. ऐसे ही जरूरतमंद, जो रजोकरी के जंगलों मे रहते हैं और रोज कहीं न कहीं काम करके अपना पेट पालते थे. उनके सामने इस लॉकडाउन में विकट समस्या खड़ी हो गयी थी. उनका चूल्हा कई-कई दिन तक नहीं जला. पार्षद मनोज महलावत ने ऐसे लोगों की मदद की.