नई दिल्ली :दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ( जेएनयू) में लगाए गए जाति विरोधी स्लोगन को लेकर जेएनयू की कुलपति की ओर से जांच के आदेश (VC orders inquiry) दिए गए हैं. देश के इस प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी में ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे गए हैं और इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है, जिसके बाद जेएनयू एक बार फिर सुर्खियों में है.
लोगों में बढ़ रहा गुस्सा : इस मामले को लेकर पुलिस को भी शिकायत दी गई है. अभी तक ये पता नहीं चल पाया कि ये कृत्य किसने किया है. ये जांच के बाद ही सामने आएगा. बता दें कि ये यूनिवर्सिटी अक्सर किसी न किसी मुद्दे को लेकर सुर्खियों में रहता है. इस बार यूनिवर्सिटी कैंपस में जगह-जगह दीवारों पर ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ नारे लिखे गए हैं. जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर असामाजिक तत्वों ने ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ अमर्यादित नारे लिखे, जिसे लेकर चौतरफा विरोध देखा जा रहा है. जब से इस घटना के बारे में लोगों को पता चला है, लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है. इनके गुस्से का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म पर जेएनयू ट्रेंडिंग में पहुंच गया है. जेएनयू को टैग कर लोग अपनी बात लिख रहे हैं और जेएनयू की वीसी से इस मामले में एक्शन लेने की मांग कर रहे हैं.
वीसी बोलीं- बर्दास्त नहीं की जाएगी घटना :जेएनयू में जातिसूचक शब्द दीवारों पर लिखने वाले लोगों के खिलाफ जेएनयू प्रशासन एक्शन लेगा. इस संबंध में कुलपति ने नोटिस जारी कर कहा कि कुछ अज्ञात लोगों ने फैकल्टी रूम और विश्वविद्यालय की दीवारों पर जातिसूचक टिप्पणी की है. इस पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा. प्रशासन ऐसी घटना की निंदा करता है. ऐसी घटना को विश्वविद्यालय में स्वीकार नहीं किया जाएगा. जेएनयू सबका है. कुलपति ने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज एंड ग्रिवांस कमेटी के डीन को इस मामले की जल्दी से जल्दी जांच करके रिपोर्ट सौंपने को कहा है. नोटिस में कहा गया है कि जेएनयू समावेश और समानता में विश्वास करता है. कुलपति ने जेएनयू में किसी प्रकार की हिंसा पर जीरो टोरलेंस की नीति अपनाने की भी बात कही है.