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उन्नाव रेपकांड: पीड़िता को एयरलिफ्ट कर लाया गया दिल्ली, AIIMS में होगा इलाज

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Published : Aug 5, 2019, 9:51 PM IST

Updated : Aug 5, 2019, 10:12 PM IST

उन्नाव रेपकांड: पीड़िता को एयरलिफ्ट कर लाया गया दिल्ली, AIIMS में होगा इलाज

21:42 August 05

बीजेपी के पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर पर है रेप का आरोप

2.2 किलोमीटर की दूरी महज 18 मिनट में पूरी

नई दिल्ली: उन्नाव रेप पीड़िता को सोमवार रात लखनऊ से एयर एंबुलेंस के जरिये दिल्ली लाया गया. पीड़िता को एयरलिफ्ट कर लखनऊ से दिल्ली लाया गया. वहां से एम्स ट्रामा सेंटर तक दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की तरफ से एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. इसके माध्यम से 12.2 किलोमीटर की दूरी महज 18 मिनट में पूरी कर ट्रैफिक पुलिस ने एम्बुलेंस को अस्पताल तक पहुंचाया. यहां पीड़िता का उपचार शुरू कर दिया गया है. 


दिल्ली पुलिस के अनुसार सड़क हादसे में घायल होने के बाद से उन्नाव पीड़िता का उपचार लखनऊ के एक अस्पताल में चल रहा था. यहां पर उसकी हालत में सुधार नहीं होने के चलते उसे सोमवार को दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाने का निर्णय लिया गया. सोमवार शाम को एयर एंबुलेंस के जरिए लखनऊ से उसे दिल्ली एयरपोर्ट भेजा गया. यहां पर ट्रैफिक पुलिस को पहले से ही निर्देश दिए गए थे कि वह ग्रीन कॉरिडोर बनाकर पीड़िता को अस्पताल तक पहुंचाएं.



इस रास्ते से अस्पताल पहुंची ट्रैफिक पुलिस
ट्रैफिक पुलिस ने एयरपोर्ट से महिपालपुर फ्लाईओवर होते हुए धौला कुआं के रास्ते रिंग रोड का इस्तेमाल किया. रिंग रोड पर मोती बाग और नौरोजी नगर होते हुए एम्स ट्रामा सेंटर तक का सफर पूरा किया गया. इस ग्रीन कॉरिडोर पर आम वाहनों को उस समय रोक दिया गया जब यह गाड़ी वहां से गुजर रही थी. इस कॉरिडोर को बनाने में डेढ़ सौ से ज्यादा पुलिस वालों को लगाया गया था. एंबुलेंस के आगे दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एसीपी की गाड़ी चल रही थी. उससे कुछ आगे ट्रैफिक पुलिस के जवान बाइक पर रास्ता साफ करवाते हुए चल रहे थे. ट्रैफिक पुलिस के अनुसार रात लगभग 9 बजे यह एंबुलेंस एयरपोर्ट से चली थी जो 9.18 पर एम्स ट्रॉमा सेंटर में पहुंच गई.


तेज रफ्तार से नहीं लाई गई एम्बुलेंस
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एंबुलेंस में मौजूद पीड़िता के शरीर में कई जगहों पर फ्रैक्चर थे, जिसकी वजह से एंबुलेंस को ध्यानपूर्वक लाया गया है. आम तौर पर जब एंबुलेंस में प्रत्यर्पण के लिए कोई अंग लाया जाता है तो उसे तेज रफ्तार से चलाया जाता है. लेकिन एंबुलेंस में घायल युवती के होने की वजह से इस बात का खास ध्यान रखा गया कि उसे कोई चोट ना पहुंचे. इस वजह से 12.2 किलोमीटर का सफर पूरा करने में ट्रैफिक पुलिस को लगभग 18 मिनट का समय लगा. 

BJP के पूर्व विधायक है आरोपी

बता दें  कि इस मामले में बीजेपी के पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर आरोपी है. सेंगर पर पीड़िता पर जावनलेवा हमला और धमकाने का भी आरोप लगा है. कुछ दिन पहले ही पीड़िता के कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी. जिसमें पीड़िता की मौसी, चाची और ड्राइवर की मौत हो गई थी. जबकि पीड़िता और उनके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे. 
 

Last Updated : Aug 5, 2019, 10:12 PM IST

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