नई दिल्ली: वसंत कुंज थाने की पुलिस ने दो ऐसे लुटेरे पकड़े हैं जो लिफ्ट देकर लोगों को गाड़ी में बिठाते थे और फिर उन्हें लूट लेते थे. पुलिस ने इन शातिर बदमाशों को पकड़ने के लिए लगभग 25000 डंप मोबाइल नंबर की पड़ताल की सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आखिरकार इन बदमाशों को वारदात करने से पहले दबोच लिया गया.
हाई-वे के लुटेरे गिरफ्तार पांच दिसंबर को भी की थी लूट
लग्जरी कार में बिठाकर लूटने वाले इन बदमाशों के निशाने पर वो लोग होते थे जिन्हें दिल्ली से गुड़गांव की तरफ जाना होता था. 5 दिसंबर को एयरपोर्ट पर काम करने वाले एक शख्स ने इस गाड़ी में लिफ्ट ली. गाड़ी में पहले से ही दो-तीन लोग बैठे थे. लुटेरों ने पहले तो लिफ्ट लेने वाले शख्स की जेब खाली करके सारे पैसे ले लिए उसके बाद गुड़गांव में इसे ले जाकर छोड़ दिया.
शिकायत मिलते ही अलर्ट हुई पुलिस
वारदात की शिकायत दिल्ली पुलिस के पास आई. दिल्ली पुलिस तुरंत अलर्ट हो गई और जांच शुरू की, लूटे गए आदमी के एटीएम से लुटेरों ने वसंत कुंज इलाके में पैसे निकाले थे. दिल्ली पुलिस ने गुड़गांव और वसंत कुंज को मिलाकर लगभग 25000 डंप मोबाइल नंबर जांचे.
हर लूट के बाद बदलते थे गाड़ी का नंबर
ये अपराधी ना सिर्फ लग्जरी गाड़ी से घूम कर अपराध करते थे बल्कि पुलिस की आंखों में धूल झोंकने का भी इनके पास पूरा कंप्लीट प्लान होता था. यह हर वारदात के बाद नंबर प्लेट को चेंज कर देते थे ताकि नंबर प्लेट के जरिए अगर पुलिस उन्हें ढूंढने की कोशिश करे तो वह लोग आसानी से बच निकलें. शातिर बदमाश स्प्रे पेंट लेकर चलते थे जिस भी एटीएम में यह लोग पैसे निकालते थे वहां के सीसीटीवी कैमरे पर पहले स्प्रे लगा देते थे ताकि पुलिस तक इनकी पहचान न हो सके. वसंत कुंज थाने की पुलिस ने गाड़ी और मोबाइल के साथ-साथ डुप्लीकेट नंबर प्लेट और स्प्रे पेंट भी बरामद किए हैं जो वारदात के लिए या लोग इस्तेमाल किया करते थे