नई दिल्ली:साउथ दिल्ली MCD के महिला सफाई कर्मचारियों को आरोहण संस्था पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत जागरुक कर रही है. इसके तहत मोबाइल चलाना, सिलाई और कढ़ाई की ट्रेनिंग सफाई कर्मचारी महिलाओं को दी जा रही है. जो सफाई कर्मचारी अनपढ़ हैं, उनको शिक्षित करने का काम आरोहण संस्थान के वॉलिंटियर्स कर रहे हैं. जिससे वह जागरूक होकर आने वाले समय में अपने बच्चों की परवरिश भी अच्छे से कर सकें.
खिड़की गांव के जामुन वाला पार्क में एमसीडी की महिला सफाई कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है और उन्हें टैब और मोबाइल फोन चलाना सिखाया जा रहा है. NGO की तरफ से पिछले कई महीनों से इस तरह के प्रोग्राम महिलाओं के लिए चलाए जा रहे हैं और साउथ MCD जोन के साथ मिलकर अब उनके सफाई कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है.
महिला सफाई कर्मचारियों को दी जा रही मोबाइल और टैब चलाने की ट्रेनिंग - आरोहण संस्था ट्रेनिंग साउथ दिल्ली
साउथ दिल्ली MCD के महिला सफाई कर्मचारियों को आरोहण संस्था पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत जागरुक कर रही है. इसके तहत मोबाइल चलाना, सिलाई और कढ़ाई की ट्रेनिंग सफाई कर्मचारी महिलाओं को दी जा रही है.
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कोरोना महामारी के बाद सबकुछ बदल गया है. सारे काम अब घर बैठे ऑनलाइन हो रहे हैं. ऐसे में क्यों ना इन महिलाओं को भी मोबाइल और टैब चलाना सिखाया जाए. इस भावना को समझते हुए आरोहण संस्था सफाई कर्मचारी महिलाओं को टेक्नोलॉजी से अपडेट कर रही है. महिलाओं को मोबाइल चलाना, वीडियो कॉलिंग करना, फोटो खींचने सहित कई फीचर सिखाये जा रहे हैं.
NGO की संस्थापक सदस्य रानी पटेल ने बताया कि उनके NGO की तरफ से MCD के सफाई कर्मचारी महिलाओं को यहां पर ट्रेनिंग दी जा रही है. जिसमें मोबाइल चलाना सिखाने, इंटरनेट का इस्तेमाल करने के साथ ही कढ़ाई-बुनाई भी सिखाई जा रही है. उन्होंने बताया कि आज के समय में शिक्षित होना जरूरी है. कुछ सफाई कर्मचारी ऐसे हैं, जो शिक्षित नहीं है. ऐसे लोगों को MCD के सहयोग से ट्रेनिंग दी जा रही हैं ताकि यह लोग आगे अपने बच्चों के भविष्य को भी संभाल सकें.