नई दिल्ली: दिल्ली में एमसीडी चुनाव हुए करीब दो माह हो चुके हैं लेकिन अब तक दिल्ली को नया मेयर नहीं मिला है. दो बार सदन में हुए हंगामा के चलते मेयर चुनाव को टालना पड़ा. अब सबकी उम्मीदें 6 फरवरी पर टिकी हैं. उस दिन मेयर, डिप्टी मेयर और स्टेंडिंग कमिटी के सदस्यों के लिए चुनाव होना है. एमसीडी में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है जबकि दूसरे नंबर पर भाजपा है वहीं कांग्रेस तीसरे नंबर पर है.
पिछले दो माह से मेयर बनाने को लेकर आप और भाजपा में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी बीच शुक्रवार को ग्रेटर कैलाश से विधायक और आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर एक बार फिर से हमला बोला है. सौरभ ने कहा कि दिल्ली की जनता 15 साल से एमसीडी में सत्ता परिवर्तन का इंतजार कर रही थी. भाजपा एमसीडी के चुनाव को टलवाने के लिए लगातार कोशिश कर रही थी. पिछले साल चुनाव 6 महीने के लिए टाले गए लेकिन जब चुनाव हुआ तो आम जनता ने दिल्ली में एमसीडी की सत्ता ईमानदार केजरीवाल की सरकार को दी. लेकिन भाजपा अब तक अपनी हार पचा नहीं पा रही है.