नई दिल्ली:16 दिसंबर 1971 की ऐतिहासिक जीत की खुशी आज भी हर देशवासी के मन को उमंग से भर देती है. इसी दिन भारत ने पाकिस्तान के दांत खट्टे किए थे. 16 दिसंबर का दिन सैनिकों के शौर्य को सलाम करने का दिन है. वीरता और शौर्य की मिसाल है विजय दिवस. विजय दिवस को लेकर शनिवार को डिफेंस कॉलोनी के ए ब्लॉक क्लब में पूर्व सैनिकों की तरफ से कार्यक्रम का आयोजन (vijay diwas celebrate in defence colony) किया गया. इसमें थल, जल, वायु सेना के पूर्व अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान सीडीएस बिपिन सिंह रावत को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि (homage to cds bipin singh rawat) दी गई.
रिटायर्ड मेजर रंजीत कुमार ने बताया कि बहुत खुशी है, जब सन 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को हमारी सेना ने धूल चटाई थी. यह लड़ाई 14 दिन तक चली थी और हमने एक नया देश बांग्लादेश बनाया. इस लड़ाई में हमारे सैनिकों ने साहस और पराक्रम से पाकिस्तानी सैनिकों को धूल चटाई थी और करीब 94,000 सैनिकों को पकड़ा भी था. यह एक शौर्य दिवस है, पराक्रम दिवस है. आज इसे मना रहे हैं. 16 दिसंबर को 50 साल पूरे हो चुके हैं.