नई दिल्लीः रतिया मार्ग संगम विहार की हालत बेहद खस्ता है. गली नंबर 17 के आगे कच्ची सड़क है. सड़क की दोनों तरफ बड़ी नाली बनाई जा रही है. इसके लिए जगह-जगह खुदाई कर दी गई है, लेकिन काम रुका पड़ा है. नाली के लिए खोदी गई जगह से जो मिट्टी निकाली गई है. उसे बाहर ऐसे ही खुले में छोड़ दिया गया है, जिससे धूल उड़ कर लोगों की दुकानों में जा रही है और वहां से गुजरने वाले लोगों की सांस से होते हुए उनके फेफड़ों तक जा रही है. जगह-जगह खुदाई होने की वजह से लोगों की दुकानदारी चौपट है.
धूल ने किया हाल बेहाल
स्थानीय निवासी दीपक ने बताया कि रतिया मार्ग सड़क के बनते हुए 6 साल पूरे हो गए, लेकिन अभी तक यह सड़क बन कर तैयार नहीं हुई है. लगभग ढाई मीटर लंबी रतिया मार्ग मुश्किल से 500 मीटर ही पक्की कंक्रीट की बनाई गई है. नाली बंद होने से गंदा पानी सड़क पर फैला रहता है. अभी तक जब नाला ही बनकर तैयार नहीं हो पाया है तो सड़क कब तक बनकर तैयार हो पाएगा. यह साल भी ऐसे ही बीत रहा है. हम लोग 5000 से लेकर 10000 रुपये दुकान का किराया भर रहे हैं. सड़क की स्थिति अच्छी नहीं होने के चलते ग्राहक नहीं आ रहे हैं.
धूल और प्रदूषण से लोग परेशान
एक और स्थानीय निवासी सुरेश ने बताया कि विकास के नाम पर सिर्फ छलावा हो रहा है. जगह-जगह गड्ढे खोद दिए गए हैं, ताकि लोगों को यह महसूस होता रहे कि काम हो रहा है. जगह-जगह मलवा डाल दिया गया है, जो हवा के साथ उड़कर लोगों के घरों और दुकानों में पहुंच रहा है.
पहले ही दिल्ली प्रदूषण की समस्या से परेशान है. इस तरह से अगर खुदाई कर मिट्टी को छोड़ दिया जाए तो लोगों का सांस लेना मुश्किल हो जाएगा. अभी कोरोना का डर वैसे भी सभी लोगों को है. थोड़ी सी भी छींक आती है तो डर लगता है कि कहीं कोरोना तो नहीं हो गया? सरकार को इससे क्या फर्क पड़ता है मर तो पब्लिक रही है ना?
अतिक्रमण की वजह से चौड़ाई कम