नई दिल्ली:वसंत कुंज स्थित होटल ग्रैंड में शनिवार को प्रज्ञता फाउंडेशन की तरफ से "मुझे कुछ कहना है" कार्यक्रम का आयोजन किया गया. वहीं इस कार्यक्रम में कई नेताओं, डॉक्टरों और महिलाओं ने शिरकत की. इस कार्यक्रम में मानसिक बीमारी और उस से कैसे बाहर निकला जा सकता है, इस पर विचार विमर्श किया गया.
होटल ग्रैंड में प्रज्ञता फाउंडेशन की तरफ से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर कांग्रेस के नेता और दिल्ली के पूर्व विधानसभा स्पीकर योगानंद शास्त्री को मौजूद रहे. कार्यक्रम में एसडीएमसी की चेयर पर्सन डॉक्टर निधि शर्मा के साथ एम्स के डॉक्टर और अन्य हॉस्पिटल्स के डॉक्टर और आयुष मंत्रालय की तरफ से भी लोग आए. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था कि किस तरह से लोगों को मानसिक तौर पर मजबूत होना चाहिए और उन्हें लड़ना चाहिए.
ये भी पढ़ें:सोमनाथ भारती के खिलाफ महिला एंकर की आपराधिक मानहानि का केस बंद वहीं मीडिया से बात करते हुए योगानंद शास्त्री, डॉ नंदिनी शर्मा और प्रज्ञता फाउंडेशन की अध्यक्ष ममता यादव ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था कि लोग आजकल मानसिक तौर पर काफी गंभीर हो चुके हैं. उनको इससे कैसे बाहर निकाला जा सकता है. इसके लिए उन्हें डॉक्टरों या अन्य साथियों की मदद लेनी चाहिए.
हमारे समाज में आजकल इन सब का कारण सोशल मीडिया या व्हाट्सएप या फेसबुक है. किस तरीके से आज हम लोग फोन या लैपटॉप में घुसे रहते हैं. ना किसी से मिलते-जुलते हैं, ना अपनी बातों को शेयर करते हैं.
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हमारा दिमाग पूरे दिन मोबाइल फोन और लैपटॉप पर लगा रहता है. इससे हमें बाहर निकलने की जरूरत है. हम चाहते हुए भी अपनी बातें किसी को नहीं बता पाते. इसलिए हमें अगर किसी बात का डर या कोई कमी महसूस हो रही है तो हमें बेझिझक अपनी बात सामने रखनी चाहिए.
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