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कोविड केयर सेंटर से डिस्चार्ज होने के लिये टेस्ट की अनिवार्यता खत्म - होम क्वारंटीन

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने Covid-19 संक्रमित मरीजों के रिकवर होने के बाद डिस्‍चार्ज करने की पॉलिसी में बदलाव किया है. मंत्रालय ने नई पॉलिसी जारी की है.

new guidelines for covid 19 patients
Covid-19 टेस्ट

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Published : May 10, 2020, 10:41 AM IST

नई दिल्लीः कोविड केयर सेंटर में समय बिता रहे Covid-19 मरीजों को डिस्चार्ज करने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नई गाइडलाइन जारी की गई है. अब इन मरीजों को डिस्चार्ज किये जाने के पहले Covid-19 टेस्ट करने की आवश्यकता नहीं है, उन्हें बिना Covid-19 जांच के ही घर भेज दिया जायेगा. लेकिन इसके साथ कुछ शर्तें भी जोड़ीं गयी हैं. मरीज अगर उन पैरामीटर्स पर खरा उतरेंगे तभी उन्हें कोविड केयर सेंटर से छुट्टी दी जा सकती है.

कोविड सेंटर से डिस्चार्ज के लिये टेस्ट की अनिवार्यता खत्म!

अब मरीजों के होम क्वारंटीन की अवधि को घटाकर आधा यानी 14 दिनों की बजाय सिर्फ 7 दिन कर दिया गया है. साथ ही डिस्चार्ज से पहले Covid-19 टेस्ट की अनिवार्यता भी समाप्त कर दी गयी है. इस नये नियम को लेकर स्वास्थ्य पेशेवर चिंतित हो गये हैं.

फैसले से स्वास्थ्य पेशेवर चिंतित

एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के महासचिव डॉ. श्रीनिवास मानते हैं कि 80 फीसदी से ज्यादा मरीज बिना लक्षणों के ही कोविड 19 संक्रमित पाये गये हैं. इसका मतलब यह हुआ कि जब बिना जांच के ही मरीजों को घर भेज दिया जाएगा तो वे घर-परिवार और सोसायटी के लिये खतरा हो सकते हैं.

डिस्चार्ज की ये हैं शर्तें

बता दें कि जबतक मरीज कोविड केयर सेंटर में रहेंगे तब तक हर रोज उनकी पल्स और टेम्परेचर नियमित मॉनिटर किये जाएंगे. 10 दिनों तक मरीज में Covid-19 का कोई लक्षण न दिखे और तीन दिनों तक लगातार बुखार ना हो तो ऐसे मरीजों के Covid-19 जांच की आवश्यकता नहीं है. उन्हें उनके घर भेजा जा सकता है. मरीजों को अपने घर पर भी 7 दिनों तक घर के बाकी सदस्यों से अलग रहना होगा. इस दौरान Covid-19 का अगर कोई भी लक्षण न दिखाई दे तो वे अपने परिवार के सदस्यों के साथ रह सकते हैं.

नये गाइडलाइन के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु

  • हल्के लक्षण वालों को डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में ऑक्सीजन बेड उपलब्ध कराना चाहिए.
  • जिन मरीजों के लक्षण तीन दिनों में ठीक हो जाते हैं और अगले चार दिनों तक उनकी हालत सामान्य बनी रहती है तो उन्हें डिस्चार्ज कर देना चाहिये.
  • मोडरेट केस वाले मरीजों के बॉडी टेम्परेचर और ऑक्सीजन की स्थिति की बराबर मॉनिटरिंग की जानी चाहिए.
  • अगर मरीज का बुखार तीन दिनों के भीतर ठीक हो जाता है और बिना ऑक्सिजन के अगले चार दिनों तक मरीज की स्थिति सामान्य बनी रहती है, तो ऐसे मरीजों को 10 दिनों तक ऑब्जरवेशन में रखने के बाद डिस्चार्ज किया जा सकता है.
  • इस दौरान अगर इन मरीजों में बुखार न हो, सांस लेने में दिक्कत न हो और ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं हो तो, इन्हें डिस्चार्ज करने के पहले Covid-19 की जरूरत नहीं है.

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