नई दिल्लीः नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने अपने सालभर का लेख-जोखा प्रस्तुत किया. बजट प्रस्तुति के दौरान दावा किया गया कि कोरोना चुनौतियों के बावजूद परिषद भले ही पूर्व के वर्षों की तरह अधिक मुनाफा अर्जित नहीं कर पाई, लेकिन बेहतर करने का प्रयास जरूर किया. इस बीच निगम ने वित्त वर्ष 2021-22 में बेहतर प्रशासन और आर्थिक रूप से सतत प्रगतिशील प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए 172.47 करोड़ रुपये के सरप्लस का अनुमानित बजट प्रस्तुत किया.
पालिका परिषद अध्यक्ष ने बजट प्रस्तुत करने के पहले उन सभी कर्मचारियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की, जिन्होंने अपने व्यक्तिगत जोखिम की परवाह न करते हुए कोरोना महामारी की चुनौतियों का सामना किया और नागरिक सेवाओं को निर्बाध जारी रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने कहा कि वे वास्तव में 'कोरोना योद्धा' कहलाने के योग्य हैं.
बजट प्रस्तुत करते हुए धर्मेंद्र ने बताया कि बजट अनुमान 2021-2022 की कुल प्राप्तियां 4299 करोड़ है, जबकि संशोधित अनुमान वर्ष 2021-2022 में 3645.25 करोड़ रुपये रखा गया है. वर्ष 2019-20 में कुल वास्तविक प्राप्तियां 3648.39 करोड़ थी. बजट अनुमान वर्ष 2021-2022 में राजस्व प्राप्तियां 3590.81 करोड़ है, जबकि वर्ष 2020-21 में संशोधित अनुमान 3143.25 करोड़ रुपये है.
वर्ष 2019-20 में वास्तविक प्राप्तियां 3308.63 करोड़ रुपये रही. वर्ष 2021-2022 के बजट अनुमान में पूंजीगत प्राप्तियां 708.19 करोड़ है, जबकि वर्ष 2020-21 के संशोधित अनुमान में 502 करोड़ का प्रावधान किया गया है. वर्ष 2019-20 में वास्तविक प्राप्तियाँ ₹ 339.75 करोड़ है.
उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-22 के बजट अनुमान के लिए कुल व्यय 4126.53 करोड़ है. जबकि संशोधित अनुमान वर्ष 2020-21 में 3509.07 करोड़ का प्रावधान है. वर्ष 2019-20 में 3687.97 करोड़ रुपये का वास्तविक व्यय है. बजट अनुमान 2021-22 में राजस्व व्यय 3473.29 करोड़ रुपये है, जबकि संशोधित अनुमान वर्ष 2020-21 में 3087.82 करोड़ का प्रावधान किया गया है.
वर्ष 2019-20 में वास्तविक 3246.75 करोड़ था. संशोधित अनुमान वर्ष 2020-21 में 421.25 करोड़ के विपरीत बजट अनुमान 2021-22 में 653.25 करोड़ का पूंजीगत व्यय का अनुमान है. वर्ष 2019-20 में वास्तविक 441.22 रुपये करोड़ था.
नए कर का प्रस्ताव नहीं होने से लोगों को बड़ी राहत
इस वर्ष अगले वित्त वर्ष में किसी भी नए कर का प्रस्ताव नहीं किया है. साथ ही साथ नई दिल्ली नगरपालिका परिषद अपनी इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर जैसे अहम परियोजना को पूरा किए जाने की घोषणा के साथ अगले वित्त वर्ष में निर्बाध उर्जा आपूर्ति, अन्य नागरिक सेवाओं और आंतरिक प्रशासन की सुदृढ़ता से जुड़ी परियोजनाओं की श्रृंखला भी पेश कर रही है.
बजट प्रस्तुत करते हुए एनडीएमसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 वैश्विक स्तर पर कोविड-19 की महामारी के अभूतपूर्व संकट से राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन के साथ चालू हुआ था. फिर आगामी महीनों में चरणबद्ध तरीके से अनलॉकिंग प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ा. लेकिन आज मैं यह विश्वास के साथ कह सकता हूं कि इस बीच नई दिल्ली नगरपालिका परिषद राष्ट्रीय स्तर पर नगर निकायों के बीच अपनी अग्रणीय स्थिति के साथ प्रमुख सेवाओं को निर्बाध तरीके से सुनिश्चित करने में सफल रही है.
एनडीएमसी बजट की झलकियां
- नई दिल्ली क्षेत्र के नागरिकों की सुविधा का ध्यान रखते हुए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की पहलः इस परियोजना के अगले चरण में संपत्ति कर, संपदा प्रबंधन, कार्यशाला-प्रबंधन तथा संपत्ति-प्रबंधन पर चार महत्वपूर्ण ईआरपी माड्यूल शामिल है.
- केजी मार्ग मंडी हाउस सर्किल और बाराखंभा रोड पर विकास कार्य के लिए संकल्पना योजना विकसित की जाएगी तथा वित्त वर्ष 2021-22 में इस पर कार्य किया जाएगा.
- महिलाओं के लिए एक विशेष पहल के रूप में तीन पिंक शौचालयों का निर्माण किया गया था. पीपीपी मॉडल के तहत इन शोचालयों के हेतु सामान्य आरएफपी में पांच और पिंक शौचालयों के प्रावधान है.
- थर्ड जेंडर के लिए शौचालय का निर्माण: पालिका परिषद ने पीटीआई-क्लब के निकट शास्त्री भवन की तरफ विशेष रूप से थर्ड जेंडर के लिए एक शौचालय का निर्माण किया है. ऐसे और शौचालय बनाने का प्रस्ताव.
- 60 मॉड्यूलर वर्षा जल संचयन के लिए गड्ढों का काम शुरू किया गया है और वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान कार्य पूरा होने की संभावना है.
- लोगों के सकारात्मक सोच को बढ़ाने के लिए हैप्पीनेस एरिया विकसित करने के प्रस्ताव है. फिलहाल एम्स हरित क्षेत्र तथा नेहरु पार्क का कार्य प्रगति पर है.
- पालिका परिषद क्षेत्र के गोल चौराहों का उपयोग थीम आधारित सार्वजनिक कला और मूर्तियों के प्रदर्शन के लिए 'आर्ट विद हार्ट' के माध्यम से किया जाएगा.
- शहर को साइकिल फ्रेंडली सिटी बनाने के लिए पालिका परिषद ने साइकिल फ्रेंडली सिटी के रूप में परिषद के लिए अवधारणा विकसित करने के लिए स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर-नई दिल्ली की सेवाएं प्राप्त की है. 'साइकिल इन सिटी' के रूप में पहल जारी रखने का प्रस्ताव किया है.
- कोविड की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, पेयजल के लिए एक अलग तरह के फव्वारे लगाए जाएंगे, जिसके लिए 39 फव्वारों के लिए अनुमान तैयार किया गया है. यह कार्य जून-2021 तक सौंपा जाएगा एवं पूरा कर लिया जाएगा.
- अकबर भवन में अतिरिक्त कार्यालय स्थान के साथ-साथ परिषद के राजस्व की मांग को पूरा करने के लिए 4 भूमिगत तल, 10 मंजिलों के साथ बहुमंजिले कार्यालय कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है. यह जनवरी 2023 तक पूर्ण हो जाएगा.
- लोधी कॉलोनी के स्कूल का 'स्कूल ऑफ एक्सीलेंस' में पुनर्विकास:50 आयुष मंत्रालय के सहयोग से 50 बिस्तर वाले आयुष अस्पताल और अनुसंधान केंद्र की स्थापना के लिए 30000 वर्ग मीटर का एक भूखंड का आवंटन किया गया है.
- कोविड-19 महामारी तथा लॉकडाउन के परिणामस्वरूप, जो परियोजनाएं पिछले वर्ष के बजट में घोषित होने के बावजूद नहीं चलाई जा सकी, उन्हें वर्ष 2021-22 के दौरान चालू किया जाएगा.
- भारत सरकार द्वारा घोषित नई शिक्षा नीति को 2022 से लागू करने के लिए पालिका परिषद शिक्षकों में एक 'शिक्षक संसाधन केंद्र' विकसित करने का प्रस्ताव है.
- इस वित्त वर्ष में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में विद्यालयों में साइंस पार्क की स्थापना करने का प्रस्ताव है, जहां छात्रों को विभिन्न प्रकार के उपकरण प्रयोगों के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे.
- परिषद ने वित्त वर्ष 2021-22 में 10 करोड़ रुपये आपदा प्रबंधन कोष में आवंटित किए हैं.
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