नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन के तीसरे चरण में अगर कोई सबसे ज्यादा चर्चा में है, तो वो है प्रवासी मजदूर. इन दूसरे राज्यों से आए मजदूरों का दर्द कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. ये मजबूर मजदूर परेशान होकर अपने गांव जाने के लिए तपती धूप और भीषण गर्मी में पैदल ही निकल पड़े हैं. जब ईटीवी भारत ने इनसे बात की तो इनका दर्द छलक उठा.
सुनिए प्रवासी मजदूरों की आपबीती 'नहीं मिली कोई मदद'
दक्षिणी दिल्ली से गुजरने वाले NH-148A में जब ईटीवी भारत की टीम पहुंची, तो देखा काफी संख्या में मजबूर मजदूर पैदल अपने छोटे-छोटे बच्चों के भीषण गर्मी में जा रहे थे. उन्होंने बताया कि यहां उन्हें ना ही अच्छे से खाने की व्यवस्था मिल रही है. ना ही रहनें की कोई जगह है.
उन्होंने बताया कि यहां कामकाज ठप होने के बाद सरकार की उन तक कोई मदद नहीं पहुंची. जिसके चलते वो काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. इसीलिए उनके पास गांव जाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है.