नई दिल्ली:राजधानी में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए स्थानीय लोगों की राय ली जा रही है. स्थानीय स्तर पर सभी विधायक अपने-अपने इलाकों में आरडब्ल्यूए की मीटिंग बुलाकर उनके सुझाव ले रहे हैं और सीसीटीवी लगाने की पूरी रूपरेखा लोगों को समझा रहे हैं.
सीसीटीवी के लिए दिल्ली सरकार ने शुरू की पहल
बता दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में सीसीटीवी कैमरा आम आदमी पार्टी के प्रमुख वादों में से एक था. लेकिन बीते 4 सालों में इस पर चर्चा ही होती रही. अब चुनाव से छह-सात महीने पहले दिल्ली सरकार इस योजना को जमीन पर उतारने के लिए प्रयास कर रही है.
दिल्ली में सीसीटीवी के लिए शुरू हुई पहल
बुलाई गई बैठक
चूंकि सीसीटीवी पूरी दिल्ली में लगाए जाने हैं और ये आम लोगों के घरों पर भी लगेंगे, इसलिए आम लोगों की सहमति काफी जरूरी है. इसी कोशिश में पूरी दिल्ली में विधायक लोगों से इस बाबत बातचीत कर उनकी राय ले रहे हैं. दिल्ली के जंगपुरा विधानसभा में ऐसी ही एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें विधायक प्रवीण कुमार सीसीटीवी लगाने वाली कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर और लोगों से बातचीत कर इस संबंध में उनके सुझाव सुन रहे थे और उनके सवालों के जवाब दे रहे थे.
'आम आदमी पार्टी पर लगातार हुए हैं हमले'
मीटिंग के बाद ईटीवी भारत ने विधायक प्रवीण कुमार और वैंटेज कंपनी जो सीसीटीवी लगाने का काम करेगी, उसके प्रोजेक्ट मैनेजर तरुण कुमार से बातचीत की. प्रवीण कुमार ने बताया कि सीसीटीवी दिल्ली सरकार का एक महत्वपूर्ण वादा है और वह वादा अब जमीन पर उतरने जा रहा है. प्रवीण कुमार ने इसकी जरूरत और इसकी अहमियत को भी समझाया.
वहीं, प्रोजेक्ट मैनेजर तरुण कुमार ने सीसीटीवी के पूरे टेक्निकल मसले को विस्तार से बताया कि वह किस तरह काम करेगा और इसे लगाने की पूरी प्रक्रिया क्या होगी. गौरतलब है कि विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी को घेरती रही हैं कि वह बीते 4 साल में अपना महत्वपूर्ण वादा पूरा नहीं कर सकी. शायद यही कारण भी है कि आम आदमी पार्टी चुनाव से ठीक पहले अपना यह वादा निभाने की तरफ कदम बढ़ा रही है.