'इल्लुमिनेशन 23' के क्यूरेटर और आर्टिस्ट कुमार विकास सक्सेना नई दिल्ली: देश और दुनिया में कई ऐसे लोग हैं, जो अपने पैशन को अपना प्रोफेशन बना लेते हैं. लेकिन कई ऐसे हैं, जिनका पेशा कुछ और होता है व पैशन कुछ और. ऐसे ही 16 चित्रकारों की कला को दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर के ओपन पाम कोर्ट में 'इल्लुमिनेशन 23' के नाम से प्रदर्शित किया जा रहा है. 26 अप्रैल को इस प्रदर्शनी का आखिरी दिन है. इसमें ऐसे चित्रकारों की कला का प्रदर्शन किया गया है, जो पेशे से डॉक्टर, प्रोफेसर, वैज्ञानिक, गृहिणी और फैशन डिजाइनर हैं.
प्रदर्शनी में लगी सभी चित्रकारियों में ज्यादातर अल्कालिस पेंट का इस्तेमाल किया गया है. वहीं कुछ पेंटिंग्स में ऑयल पेंट से चित्र को बनाया गया है. यहां लगी पेंटिंग्स का मूल्य 50 हजार रुपए से एक लाख 50 हजार रुपए के बीच है. बीते पांच दिन के दौरान इस प्रदर्शनी में लगभग 8 पेंटिंग्स बिक चुकी है. इसमें से ज्यादातर पेंटिंग्स को विदेशी कला प्रेमियों ने खरीदा है.
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'इल्लुमिनेशन 23' के क्यूरेटर और आर्टिस्ट कुमार विकास सक्सेना ने बताया कि प्रदर्शनी को देखने के लिए पूरे दिन कला प्रेमियों का आना जाना लगा रहता है. प्रदर्शनी में जिन 16 चित्रकारों की कला का प्रदर्शन किया जा रहा है, वे सभी पिछले 6 सालों से एक शैक्षिक संस्थान कला और डिजाइन अकादमी में चित्रकारी सीखते और करते रहे हैं.
उन्होंने बताया कि सभी चित्रकारों ने अपनी कला में अपने तरीके से आर्ट को निखारने का काम किया है. 2002 में भारत के राष्ट्रपति से राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले डॉ. एम के सक्सेना ने कला और डिजाइन अकादमी की स्थापना की थी. यह अकादमी हर साल कला प्रदर्शनी का आयोजन करती है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण तीन साल बाद 2023 में इसका आयोजन किया गया है.
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