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दिव्यांग पत्नी को छोड़ नाबालिग के साथ फरार हुआ युवक, मामला दर्ज - महरौली थाना नाबालिग अपहरण केस

महरौली थाना क्षेत्र में एक युवक ने अपनी बीमार दिव्यांग पत्नी छोड़ कर नाबालिग लड़की को लेकर फरार हो गया. लड़की के घरवालों की शिकायत पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है.

husband left his handicapped wife in mehrauli
महरौली थाना नाबालिग अपहरण केस

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Published : Oct 23, 2020, 6:58 PM IST

नई दिल्ली महरौली थाना क्षेत्र में एक 28 वर्षीय युवक अपनी बीमार दिव्यांग पत्नी छोड़ कर, नाबालिग के साथ फरार हो गया. वारदात 18 अक्टूबर की है, जहां नाबालिग के परिजनों की शिकायत पर महरौली थाना पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की. वहीं दोनों सीसीटीवी में भी जाते हुए नजर आ रहे हैं, जिसके बाद पूरा मामला सामने आया. फिलहाल पुलिस दोनों की तलाश कर रही है.

दिव्यांग पत्नी को छोड़ नाबालिग के साथ फरार हुआ युवक.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि 18 अक्टूबर को महरौली इलाके में रहने वाले एक युवक ने अपनी नाबालिग बेटी के गुम हो जाने की शिकायत दी. पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी नाबालिग बेटी आठवीं में पढ़ती है और 18 अक्टूबर की सुबह वह अपनी सहेली के घर जाने की बात कहकर घर से निकली थी. देर शाम तक वापस नहीं आई तो उसकी तलाश शुरू की. सहेली ने बताया कि वह उसके घर आई थी, लेकिन शाम को अकेले अपने घर चली गई.

पुलिस ने जांच शुरू की

पुलिस ने मामला नाबालिग से जुड़ा होने के चलते अपहरण की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू की. पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जब्त कर नाबालिग के बारे में जानकारी जुटाई, तो सामने आया कि लड़की दिलदार कुरैशी उर्फ राहुल (28) के साथ कुतुब मेट्रो स्टेशन की ओर जा रही थी.

दिव्यांग पत्नी को छोड़ हुआ फरार

पुलिस की जांच में सामने आया है कि दिलदार कुरैशी अपनी दिव्यांग पत्नी सोनी के साथ रहता था. सोनी के दोनों पैर काम नहीं करते. वह मूलत: यूपी के बदायूं जिले के शेगूपुर गांव का रहने वाला है. सोनी की बहन ने बताया कि 12 सितंबर को सोनी की तबीयत बिगड़ी तो दिलदार ने उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवा दिया. ठीक होने से पहले ही 24 को डिस्चार्ज करवाकर घर छोड़कर भाग गया. पहली अक्टूबर को फिर सोनी की तबीयत बिगड़ी. सोनी ने कई बार फोन किया, लेकिन उसने घर आने से मना कर दिया.

छह अक्टूबर को सोनी के गर्भ में पल रहे आठ माह के शिशु की मौत हो गई. इसकी जानकारी मिलने के बाद भी दिलदार उसके अंतिम संस्कार में नहीं आया. 18 अक्टूबर को वह छतरपुर आया और नाबालिग को अपने साथ लेकर चला गया. सोनी की बहन ने बताया कि 11 माह पहले उसने सोनी से भी प्रेम विवाह किया था. घरवालों ने यह सोचकर शादी कर दी थी कि उनकी दिव्यांग बेटी का घर बस जाएगा. शादी के कुछ समय बाद ही पता चला कि उसने अपनी पहली पत्नी व उसके दो बच्चों को छोड़ रखा था.

पहली बीवी को छोड़ चुका है आरोपी

संगम विहार निवासी दिलदार के भाई ने बताया कि उसने कई साल पहले गांव से एक लड़की को भगाकर शादी की थी. उसके बाद वह गांव नहीं लौटा. उससे एक बेटा व एक बेटी हुई. कुछ साल बाद उसने पहली पत्नी को छोड़ दिया. अब वह दोनों बच्चों के साथ अपने मायके में ही रहती है.

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