नई दिल्ली:आगामी विधानसभा चुनाव में जहां आम आदमी पार्टी सत्ता में आने के लिए दिल्ली में किए गए विकास कार्यों का हवाला दे रही है. वहीं कई इलाके ऐसे हैं, जहां के लोगों ने आम आदमी पार्टी के विकास कार्यों को सिरे से नकार दिया है.
ईटीवी भारत ने जाना छतरपुर विधानसभा का हाल ऐसा ही एक इलाका है छतरपुर विधानसभा क्षेत्र का छतरपुर एक्सटेंशन, जहां के लोगों का आरोप है कि आम आदमी पार्टी ने वहां पिछले 5 सालों में कोई विकास कार्य नहीं किया. यहां तक कि सबसे बड़ी समस्या जिसे सुलझाने के नाम पर वोट मांगा गया था, वह थी सीवर लाइन डालने की. जो आज भी जस की तस बनी हुई है.
नाले का पानी बह रहा है सड़कों पर सीवर है सबसे बड़ी समस्या
स्थानीय लोगों का आरोप है कि मुख्यमंत्री को चिट्ठी और मेल द्वारा भी सीवर की समस्या से अवगत कराया गया लेकिन फिर भी उनकी ओर से किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं की गई. बता दें कि छतरपुर में सीवर लाइन तो दूर नालियां भी ठीक से नहीं बनी है जिससे पानी का निकास नहीं हो पाता और अक्सर इलाके में गंदा पानी भरा रहता है.
छतरपुर विधानसभा में सीवर सबसे बड़ी समस्या 'जीतने के बाद भूल गए विधायक'
दिल्ली में विधानसभा चुनाव कुछ ही दिनों में होने वाले हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी दोबारा सत्ता में आती है या नहीं इसको लेकर आम जनता की क्या राय है. यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने छतरपुर विधानसभा के छतरपुर एक्सटेंशन इलाके के स्थानीय निवासियों से बातचीत की. बातचीत के दौरान छतरपुर के निवासी अपने इलाके के विधायक से खासे नाराज हैं. उनका कहना है कि जिस समस्या के निदान के लिए आप सरकार को वोट देकर चुना था, इलेक्शन जीतने के बाद सरकार ने वह समस्या जैसे भुला दी हो.
मुख्यमंत्री को मेल से की गई शिकायत
सबसे बड़ा मसला सीवर लाइन का है. छतरपुर के लोगों का आरोप है कि इन 5 सालों में सीवर लाइन डालने के वादे जरूर किए गए थे, लेकिन आज तक कहीं भी सीवर लाइन नहीं डाली गई जिससे सड़कों पर अक्सर पानी भरा रहता है और सबसे बुरा हाल होता है. बरसात के समय पानी का निकास पूरी तरह से बंद हो जाता है. स्थानीय निवासियों का आरोप है कि वोट जीतने के बाद विधायक ने उस इलाके की सुध ही नहीं ली, जबकि इलाके के लोगों ने मुख्यमंत्री को मेल के जरिए अपनी समस्याओं से अवगत भी कराया फिर भी उस पर किसी भी तरह का काम नहीं किया गया.
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि बार-बार शिकायत किए जाने के बाद भी विधायक ने इलाके का दौरा तक करना जायज नहीं समझा. विधायक के इस गैर जिम्मेदाराना रवैये से नाराज स्थानीय निवासियों का कहना है कि मेनिफेस्टो में सबसे पहला वादा था इलाके में सीवर लाइन डलवाना और इलाके को ऊपर उठाना लेकिन विधायक ने तो इलाके को डुबोकर ही रख दिया.