नई दिल्ली: फुटबॉल एक्सपर्ट, फेमस कॉमेंटेटर और दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर नोवी कपाड़िया इन दिनों बीमारी से ग्रस्त हैं. रिटायरमेंट के दो साल बीत जाने पर भी डीयू की ओर से उन्हें कोई पेंशन नहीं दी गई हैं. वहीं इसको लेकर प्रोफेसर कपाड़िया काफी निराश हैं और कहते हैं कि उम्र के अंतिम पड़ाव पर ज़िंदगी उन्हें असहाय सी महसूस हो रही है.
देखिए नोवी कपाड़िया की आपबीती
- कपाड़िया का कहना है कि अपने पूरे कार्यकाल में उन्होंने पूरी लगन और ईमानदारी के साथ डीयू में अपनी सेवा दी लेकिन अब रिटायरमेंट होने पर डीयू प्रशासन उन्हें पेंशन देने में आनाकानी कर रहा है.
- प्रोफेसर कपाड़िया ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर उन्होंने डीयू प्रशासन को कई बार पत्र लिखा. वहीं ईसी के सदस्य राजेश झा ने प्रोफेसर कपाड़िया की पेंशन बहाल करने के लिए डीयू के कुलपति को पत्र भी लिखा लेकिन अभी तक उनकी पेंशन रिलीस नही की गई है.
- नोवी ने दो साल तक कोशिश करने के बाद अब प्रशासन को दिए गए पत्र की कॉपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री, एमएचआरडी मंत्री निशंक सहित कई संबंधित विभागों को भेज दी है.
- उन्होंने मांग की है कि उनकी पेंशन तत्काल रूप से बहाल की जाए और जो भी पेंशन रोकने में शामिल हैं, उनके खिलाफ कार्यवाई की जाए.