नई दिल्ली: सेना से रिटायर हुए उत्तराखंड के एक शख्स को अपने लिए किसी काम की तलाश थी. उसने सोचा कि अगर उसे पेट्रोल पंप या गैस एजेंसी मिल जाये तो उसका बुढ़ापा आराम से कट जाएगा. इसके लिए उसने कोशिश तो की, लेकिन वो ठगों के चंगुल में फंस गया. कोई उससे पीएमओ अधिकारी तो कोई बीजेपी अध्यक्ष का पीए बनकर मिला. उन्होंने इस शख्स से 91 लाख रुपये ठग लिए. पीड़ित की शिकायत पर नॉर्थ एवेन्यू पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के रहने वाले मुकेश कांडपाल भारतीय सेना से रिटायर हैं. वो एक्स सर्विसमैन कोटे से पेट्रोल पंप या गैस एजेंसी लेना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने काफी कोशिश की लेकिन उन्हें पेट्रोल पंप नहीं मिला. इस बीच उनकी मुलाकात होसला मिश्रा से हुई. वो भी उत्तराखंड का रहने वाला था.
उसने बताया कि वो उसे आसानी से गैस एजेंसी या पेट्रोल पंप दिलवा सकता है. उसने उन्हें शैलेश नाथ तिवारी नामक शख्स से मिलाया. शैलेश ने उन्हें बताया कि उसके राजनीतिक संपर्क हैं और वो उन्हें अपने साथ दिल्ली ले आया.
पूर्व सैनिक से लाखों की ठगी पीएमओ का अधिकारी बनकर मिला अनूप
दिल्ली में अनूप नाम के शख्स से पीड़ित मुकेश को मिलवाया गया, जिसने बताया कि वह पीएमओ में अंडर सेक्रेटरी है. उनका भाई पीएमओ में ज्वाइंट सेक्रेट्री है और उनके माध्यम से वो गैस एजेंसी या पेट्रोल पंप दिलवा देगा. इस तरह इन लोगों ने मुकेश से लगभग 45 लाख रुपये ले लिए. उसे कुछ फर्जी दस्तावेज दिए गए ताकि उसे विश्वास हो जाये.
बीजेपी अध्यक्ष का पीए बनकर ठगी रकम
आरोपियों ने मुकेश को बाद में एक शख्स से मिलवाया जिसने बताया कि वो एक सांसद का पीए है. उसने मुकेश की मुलाकात असलम खान से करवाई, जिसने खुद को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का पीए बताया. इन लोगों ने भी मुकेश से लगभग 46 लाख रुपये ले लिए. लगभग 91 लाख रुपये देने के बाद मुकेश को ठगी का एहसास हुआ. उसने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की. फिलहाल नार्थ एवेन्यू पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.